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इंदौर पहुंचा बर्ड फ्लू, अब तक 83 कौए मिले मृत

इंदौर में बीते 4 दिनों में 83 कौओं की मौत हो चुकी है. लिहाजा पशुपालन विभाग ने संक्रमित क्षेत्र के 5 किलोमीटर के दायरे में अलर्ट जारी किया है. वहीं दो कौओं में एच5 एन8 पाया गया है, जबकि दो कौओं में इनफ्लुएंजा पाया गया है.

Death of crows
कौओं की मौत
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Published : Jan 2, 2021, 3:52 PM IST

Updated : Jan 2, 2021, 4:51 PM IST

इंदौर। स्वाइन फ्लू, कोरोना के बाद अब इंदौर में पक्षियों पर बर्ड फ्लू( BIRD FLU) का कहर बरपा है. जिसके चलते बीते 4 दिनों में 83 कौओं की मौत हो चुकी है. लिहाजा पशुपालन विभाग ने संक्रमित क्षेत्र के 5 किलोमीटर के दायरे में अलर्ट जारी किया है. वहीं मृत पाए गए कौओं को सेनिटाइजेशन के बाद सुरक्षित तरीके से जमीन में दफनाया जा रहा है.

र्ड फ्लू की दस्तक

राजस्थान के सीमावर्ती क्षेत्र में फैले बर्ड फ्लू संक्रमण के बाद इंदौर में बर्ड फ्लू से लगातार कौओं की मौत हो रही है. यहां के डेली कॉलेज के आसपास 4 दिन में 83 कौओं की मौत हो चुकी है. वहीं आज फिर यहां 13 कौए मृत पाए गए हैं, जिन्हें पशुपालन विभाग की टीम ने जमीन में दफनाया है. इसके अलावा डेली कॉलेज समेत आसपास के संक्रमित क्षेत्रों में लगातार छिड़काव किया जा रहा है. पशुपालन विभाग ने इस क्षेत्र के आसपास के 5 किलोमीटर के दायरे में बर्ड फ्लू को लेकर एलाइट घोषित करते हुए एहतियात बरतने के निर्देश जारी किए हैं.

Report
रिपोर्ट

एवियन इनफ्लुएंजा का है संक्रमण

राष्ट्रीय पशु रोग संस्थान संस्थान भोपाल की रिपोर्ट के अनुसार इंदौर के डेली कॉलेज के आसपास मृत पाए गए जिन चार कौओं के सैंपल संस्थान में परीक्षण के लिए आए थे. उन चार में से दो कौओं की रिपोर्ट पॉजिटिव पाई गई है. 2 को एच5एन8(H5N8) एवियन इन्फ्लूएंजा पाया गया. जबकि दो को सामान्य एवियन इनफ्लुएंजा वायरस पाया गया है.

यह है संक्रमण के लक्षण

कौओ यानी कि खासकर पक्षियों में इस संक्रमण को फैलने से पक्षी आमतौर पर उड़ता नहीं है. संक्रमण बढ़ने पर पक्षी पेड़ से जमीन पर गिरता है और उसकी मौत हो जाती है. पक्षी एवं पशु रोग विशेषज्ञों के अनुसार फिलहाल यह संक्रमण अन्य पक्षियों में नहीं फैल रहा है, क्योंकि डेली कॉलेज क्षेत्र में अन्य पक्षी मोर, मुर्गी और कबूतर हजारों पक्षी हैं, जिनमें से फिलहाल किसी भी पक्षी की इस तरह मौत नहीं हुई है.

मानव शरीर के लिए घातक नहीं

इंदौर के पक्षी एवं पशु रोग विशेषज्ञ डॉ प्रशांत तिवारी के अनुसार बर्ड फ्लू का वायरस मानव शरीर के लिए उतना घातक नहीं है. फिलहाल यह वायरस कौओं से अन्य पक्षियों में नहीं फैल रहा है, इसलिए इसका मानव शरीर पर कोई प्रभाव पड़े इसकी आशंका बहुत कम है.

माइग्रेट हो सकती है बीमारी

सबसे पहले बर्ड फ्लू के संक्रमण का राजस्थान के कुछ सीमावर्ती क्षेत्रों में पता चला था. हालांकि मध्य प्रदेश में आशंका जताई जा रही है कि संभवत राजस्थान से ही इस बीमारी का संक्रमण फैला है, वरिष्ठ पक्षी विशेषज्ञ मानते हैं कि संभवत कोई कौआ राजस्थान से उड़कर पश्चिमी मध्य प्रदेश की सीमा में आया है, जिसके फलस्वरूप इंदौर में संक्रमण फैल रहा है.

इंदौर। स्वाइन फ्लू, कोरोना के बाद अब इंदौर में पक्षियों पर बर्ड फ्लू( BIRD FLU) का कहर बरपा है. जिसके चलते बीते 4 दिनों में 83 कौओं की मौत हो चुकी है. लिहाजा पशुपालन विभाग ने संक्रमित क्षेत्र के 5 किलोमीटर के दायरे में अलर्ट जारी किया है. वहीं मृत पाए गए कौओं को सेनिटाइजेशन के बाद सुरक्षित तरीके से जमीन में दफनाया जा रहा है.

र्ड फ्लू की दस्तक

राजस्थान के सीमावर्ती क्षेत्र में फैले बर्ड फ्लू संक्रमण के बाद इंदौर में बर्ड फ्लू से लगातार कौओं की मौत हो रही है. यहां के डेली कॉलेज के आसपास 4 दिन में 83 कौओं की मौत हो चुकी है. वहीं आज फिर यहां 13 कौए मृत पाए गए हैं, जिन्हें पशुपालन विभाग की टीम ने जमीन में दफनाया है. इसके अलावा डेली कॉलेज समेत आसपास के संक्रमित क्षेत्रों में लगातार छिड़काव किया जा रहा है. पशुपालन विभाग ने इस क्षेत्र के आसपास के 5 किलोमीटर के दायरे में बर्ड फ्लू को लेकर एलाइट घोषित करते हुए एहतियात बरतने के निर्देश जारी किए हैं.

Report
रिपोर्ट

एवियन इनफ्लुएंजा का है संक्रमण

राष्ट्रीय पशु रोग संस्थान संस्थान भोपाल की रिपोर्ट के अनुसार इंदौर के डेली कॉलेज के आसपास मृत पाए गए जिन चार कौओं के सैंपल संस्थान में परीक्षण के लिए आए थे. उन चार में से दो कौओं की रिपोर्ट पॉजिटिव पाई गई है. 2 को एच5एन8(H5N8) एवियन इन्फ्लूएंजा पाया गया. जबकि दो को सामान्य एवियन इनफ्लुएंजा वायरस पाया गया है.

यह है संक्रमण के लक्षण

कौओ यानी कि खासकर पक्षियों में इस संक्रमण को फैलने से पक्षी आमतौर पर उड़ता नहीं है. संक्रमण बढ़ने पर पक्षी पेड़ से जमीन पर गिरता है और उसकी मौत हो जाती है. पक्षी एवं पशु रोग विशेषज्ञों के अनुसार फिलहाल यह संक्रमण अन्य पक्षियों में नहीं फैल रहा है, क्योंकि डेली कॉलेज क्षेत्र में अन्य पक्षी मोर, मुर्गी और कबूतर हजारों पक्षी हैं, जिनमें से फिलहाल किसी भी पक्षी की इस तरह मौत नहीं हुई है.

मानव शरीर के लिए घातक नहीं

इंदौर के पक्षी एवं पशु रोग विशेषज्ञ डॉ प्रशांत तिवारी के अनुसार बर्ड फ्लू का वायरस मानव शरीर के लिए उतना घातक नहीं है. फिलहाल यह वायरस कौओं से अन्य पक्षियों में नहीं फैल रहा है, इसलिए इसका मानव शरीर पर कोई प्रभाव पड़े इसकी आशंका बहुत कम है.

माइग्रेट हो सकती है बीमारी

सबसे पहले बर्ड फ्लू के संक्रमण का राजस्थान के कुछ सीमावर्ती क्षेत्रों में पता चला था. हालांकि मध्य प्रदेश में आशंका जताई जा रही है कि संभवत राजस्थान से ही इस बीमारी का संक्रमण फैला है, वरिष्ठ पक्षी विशेषज्ञ मानते हैं कि संभवत कोई कौआ राजस्थान से उड़कर पश्चिमी मध्य प्रदेश की सीमा में आया है, जिसके फलस्वरूप इंदौर में संक्रमण फैल रहा है.

Last Updated : Jan 2, 2021, 4:51 PM IST
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