इंदौर। मध्य प्रदेश में छह सूत्रीय मांगों को लेकर पिछले आठ दिनों से हड़ताल कर रहे जूनियर डॉक्टरों ने अपनी हड़ताल खत्म कर एक बार फिर काम शुरू कर दिया है. सरकार से मिले आश्वासन के बाद जूनियर डॉक्टरों ने हड़ताल खत्म कर अपने काम पर लौट आए हैं. प्रदेश की आर्थिक राजधानी और मेडिकल हक कहे जाने वाले इंदौर में भी डॉक्टरों ने हड़ताल खत्म कर ड्यूटी ज्वाइन कर ली है.
कुछ मांगों के लिए गठित हुई कमेटी
जूनियर डॉक्टरों का कहना है कि कल देर शाम से सरकार के चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग से मांगों को लेकर चर्चा चल रही थी. आज सुबह एक बार फिर मंत्री विश्वास सारंग के बंगले पर जूनियर डॉक्टरों के प्रतिनिधि मंडल ने चर्चा की. इस पर सरकार की ओर से कहा गया कि उनकी सुरक्षा स्वास्थ्य सुविधाओं को लेकर शाम तक आदेश जारी कर दिया जाएगा. वहीं स्टाइपेंड और ग्रामीण बॉन्ड की मांगों पर जल्द कमेटी बनाई जाएगी. यह कमेटी आने वाले दिनों में फैसला लेगी.
सरकार के आश्वासन के बाद हड़ताल खत्म
प्रदेश भर में पिछले एक सप्ताह से जूनियर डॉक्टर अपनी मांगों को लेकर हड़ताल पर थे. वहीं सोमवार को सरकार से मांगों पर चर्चा करने और आश्वासन के बाद जूनियर डॉक्टरों ने हड़ताल खत्म कर दी है. इंदौर एमजीएम कॉलेज के डीन डॉक्टर संजय दीक्षित के अनुसार जूनियर डॉक्टरों ड्यूटी पर लौटने को लेकर लैटर सौंपा है. सभी जूनियर डॉक्टर हड़ताल खत्म कर अपने काम पर लौट गए हैं. उन्होंने कहा कि जूनियर डॉक्टरों के लौटने से स्वास्थ्य सुविधा सुचारू रूप से चल सकेंगी.
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इंदौर में करीब 500 जूनियर डॉक्टर थे हड़ताल पर
प्रदेश के साथ-साथ इंदौर में 500 के लगभग जूनियर डॉक्टर हड़ताल में शामिल थे. हड़ताल खत्म होने के बाद अब स्वास्थ्य सुविधाओं में गति मिलेगी. जूनियर डॉक्टरों का कहना है कि उनके द्वारा लगातार शुरुआत से ही कहा जा रहा था कि अगर सरकार सकारात्मक रूप से बात करने की पहल करती है तो जूनियर डॉक्टर हड़ताल खत्म कर काम पर लौटने के लिए तैयार हैं. जब सरकार के मंत्री से सकारात्मक चर्चा की गई, इसके बाद सरकार की ओर से मिले आश्वासन के चलते अब हड़ताल खत्म कर दी गई है. वहीं शाम तक अगर आदेश नहीं जारी होता है तो एक बार फिर उन्हें डॉक्टरों ने मंत्री विश्वास सारंग से चर्चा करने की बात कही है.