इंदौर। कोरोना के मरीजों के लिए शुरू की गई प्लाज्मा थेरेपी के परिणाम सकारात्मक आ रहे हैं. इस क्रम में इंदौर में आज दो संक्रमित मरीजों को पूरी तरह ठीक होने के बाद डिस्चार्ज किया गया. इनमें एक इंदौर विकास प्राधिकरण के पीआरओ हैं. जिनके इलाज के बाद घर लौटने पर परिवार और पड़ोसियों द्वारा समारोह पूर्वक सम्मान किया गया. जबकि दूसरी मरीज महिला हैं.
दरअसल, कोरोना के इलाज के लिए क्वॉरेंटाइन किए गए लोगों को भोजन बांटने के दौरान इंदौर विकास प्राधिकरण के अधिकारी भी संक्रमित हो गए थे. इसके बाद सीईओ विवेक श्रोत्रिय समेत कार्यपालन यंत्री और अधीक्षण यंत्री समेत 9 लोगों को होम क्वॉरेंटाइन होना पड़ा था. इसके बाद प्राधिकरण के पीआरओ और उनकी पत्नी की रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी. तभी से वो भल्ला अस्पताल में भर्ती थे. केंद्र सरकार द्वारा प्लाज्मा थेरेपी की अनुमति दिए जाने के बाद इंदौर में सर्वप्रथम प्लाज्मा थेरेपी का प्रयोग उन पर किया गया. प्लाज्मा थेरेपी का इलाज सफल होने के बाद वे पूर्ण स्वस्थ होकर घर आ आए. क्षेत्र के लोगों ने रंगोली सजाकर उनका स्वागत किया.
गौरतलब है दिल्ली और चंडीगढ़ के बाद इंदौर देश का तीसरा शहर है. जहां इस पद्धति से उपचार किया गया. यहां कोरोना से स्वस्थ हुए तीन डॉक्टर के ब्लड से प्लाज्मा लिया गया था. कोरोना पॉजिटिव मरीजों के ब्लडग्रुप से मिलान के बाद इस प्लाज्मा को तीन मरीजों को चढ़ाया गया. इस दौरान मरीजों में रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ी या नहीं, यह जानने के लिए विभिन्न स्तर पर जांच की गई. आखिरकार कोरोना पॉजिटिव तीन मरीजों में से दो की रिपोर्ट निगेटिव आई. जिन्हें डिस्चार्ज कर दिया गया.