इंदौर। तमाम कोशिशों के बावजूद ऑनलाइन धोखाधड़ी की वारदातें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं. अब एक आरक्षक ऑनलाइन गेम के जरिए धोखाधड़ी का शिकार (2.5 lakhs cheated from constable through online game) हुआ है. पर समय रहते उसने राज्य साइबर सेल ने शिकायत की और राज्य साइबर सेल ने कार्रवाई करते हुए फरियादी को ढाई लाख रुपए वापस दिलवाया है. पीड़ित ने बताया कि वह मोबाइल पर एक गेम एप्लीकेशन के माध्यम से गेम खेलता था, इसी दौरान उसे एक मैसेज आया कि आप 11.29 लाख रुपए जीत चुके हैं. अतः आपको जीत की रकम पाने के लिए ढाई लाख रुपए जमा करने होंगे.
ऑनलाइन गेम के जरिए सिपाही से ठगी
फरियादी ने राज्य साइबर सेल को बताया कि उसने ऑनलाइन गेम एप्लीकेशन home.luckcool.in की वेबसाइट से डाउनलोड किया था, जिसमें 4 माह में ढाई लाख रुपए छोटे-छोटे अमाउंट में पैसे कटे, उसके एकाउंट से कुल ढाई लाख रुपए कट गए, जिसकी जानकारी फरियादी को बाद में पता चली. इसी दौरान ऑनलाइन गेमिंग एप की आईडी पर 11:30 लाख रुपये जीतने का डिस्प्ले होने लगा, जब फरियादी ने जीती हुई रकम अपने बैंक खाते में ट्रांसफर करने की रिक्वेस्ट डाली तो उसकी गेम की आईडी को सस्पेंड कर दिया गया, जिसके बाद उसके मोबाइल पर कुछ भी दिख नहीं रहा था. जिसकी जांच में संबंधित बैंक अकाउंट से साइबर सेल ने संपर्क किया और ढाई लाख रुपए रिकवर किया. राज्य साइबर सेल ने संबंधित पेमेंट के लिए गेटवे मेल किया, जिस पर फरियादी के 3 बैंक खातों से काटी गई राशि फरियादी को पुनः वापस मिल गई.
राज्य सायबर सेल ने जारी की एडवाइजरी
राज्य साइबर सेल ने विभिन्न तरह की एडवाइजरी जारी की है. जिस मोबाइल में आपके बैंक खाते से लिंक सिम लगी हो. उस मोबाइल में कोई भी गेम एप्लीकेशन रिमोट एप्लीकेशन डाउनलोड न करें, किसी भी गेमिंग वेबसाइट एप्लीकेशन पर अपने बैंक खाते का डेबिट कार्ड बैंक खाते से लिंक मोबाइल नंबर की जानकारी साझा न करें. ऑफर देने वाले ऑनलाइन गेम खेलने का प्रयास न करें. किसी भी वेबसाइट एप्लीकेशन पर हार जीत और ट्रेड इन्वेस्टमेंट करने का ऑफर देने वाली वेबसाइट एप्लीकेशन व्हाट्सएप पर मैसेज पर बिल्कुल भी विश्वास न करें, वेबसाइट सोशल मीडिया पर अपनों से संबंधित जानकारी साझा न करें.
नई-नई तरकीब निकालते हैं साइबर ठग
इंदौर सहित पूरे प्रदेश में लगातार ऑनलाइन ठगी के मामलों में लगातार इजाफा हो रहा है. राज्य साइबर सेल सहित पुलिस भी लगातार विभिन्न तरह की एडवाइजरी जारी (State cyber cell issued advisory) करती है, लेकिन ठग नई-नई तरकीब से लोगों को चूना लगाने में कामयाब हो जाते हैं. अब देखना होगा कि जिस तरह से एक बार फिर साइबर सेल ने एडवाइजरी जारी की है उसका क्या प्रभाव पड़ता है.