होशंगाबाद। एक ओर जहां युवा डॉक्टर, इंजीनियर, बैंकिंग में अपना कैरियर तलाश रहे हैं,वहीं शहर में ऐसे युवा भी हैं जिन्होंने जुनून के साथ पर्वत की चढ़ाई को अपना कैरियर चुना है. शहर के पार्थ पटेल और अचिन्तय राणे पढ़ाई के साथ पर्वतारोहण की तैयारी कर रहे हैं. अरुणाचल के नेशनल इंस्टीट्यूट आफ माउंटेनियरिंग एंड एलाइड से कोर्स भी पूरा कर लिया है.उनका चयन अभीमस मनाली में एडवांस कोर्स के लिए भी हो गया है.
अगस्त-सितंबर में एडवांस कोर्स के बाद इंडियन माउंटेनियरिंग फाउंडेशन आईएमएफ की सदस्यता लेकर एवरेस्ट सहित अन्य देशों की ऊंची चोटियों को समिट करेंगे. दोनों अभी तक पिन पार्वती, पिन भाभा, क्वारीपास, सटोपन और सरपास जैसी कठिन चोटियों पर ट्रैकिंग कर चुके हैं. अचिन्तय के पिता और पार्थ के नाना सुरेश राणे के शौक ने दोनों युवाओं को माउंटेनियरिंग के लिए प्रेरित किया है. आज युवाओं के बीच पर्वत की ऊंची चोटियों तक पहुंचने के प्रति रूझान बढ़ा है
ट्रैकर पार्थ पटेल फिलहाल एमटेक की पढ़ाई कर रहे हैं. पार्थ के मुताबिक माउंटिंग में रोमांच बहुत है साथ ही प्रकृति के साथ रहने का मौका मिलता है. इसके चलते उन्होंने माउंटिंग को अपना कैरियर चुना है और अचिन्तय दुनिया की सबसे कठिन छोटी माउंट एवरेस्ट को पार करना चाहते हैं.