होशंगाबाद। जवाहर नवोदय विद्यालय संस्था के तेलंगाना और हरियाणा में फंसे स्टूडेंट्स को बसों के माध्यम से घर तक पहुंचाया गया, लेकिन उससे पहले उन्हें होशंगाबाद के नवोदय स्कूल में रोका गया. इसे हरियाणा और तेलंगाना दो राज्यों के बीच का सेंट्रल स्कूल बनाया गया है, जहां दोनों ही राज्यों के बच्चों को ठहराया जा रहा है.
दरअसल जवाहर नवोदय स्कूल के माइग्रेशन योजना के तहत हिंदी भाषी राज्य के स्टूडेंट्स अन्य राज्यों में अध्ययन के लिए भेजे जाते हैं. इसी योजना के तहत हरियाणा के हिसार में स्थित नवोदय स्कूल के बच्चों को तेलंगाना के मेदक जिले में अध्ययन के लिए भेजा गया. वहीं मेदक जिले के बच्चों को हिसार जिले में अध्ययन के लिए भेजा गया था.
लॉकडाउन के चलते दोनों ही जिले के स्टूडेंट्स फंस गए थे, जिन्हें बस के माध्यम से अपने-अपने राज्यों में पहुंचाया जा रहा है. इस दौरान तेलंगाना राज्य के 22 स्टूडेंट्स और हरियाणा के 18 स्टूडेंट्स को होशंगाबाद के नवोदय स्कूल में रोका गया, जहां प्रशासन द्वारा विशेष रूप से व्यवस्थाएं कराई गईं. वहीं से बस का इंतजाम कर उन्हें उनके गंत्वय तक पहुंचाया गया. परीक्षा समाप्त होने के बावजूद भी बच्चे अपने घर नहीं जा पा रहे थे. 22 मार्च 2020 से लागू लॉकडाउन की वजह से वह फंस गए, जिनकी मदद की गई.