होशंगाबाद। नरवाई जलाने पर लेकर इस बार प्रशासन सख्त मूड़ में नजर आ रहा है. जिला प्रशासन ने नरवाई को लेकर किसानों को जागरुक करने की योजना पर काम करना शुरु कर दिया है. जिला प्रशासन ने नरवाई न जलाई जाए, इसके लिए सभी 423 पंचायतों में मैदानी अमले में 1-1 आधिकारियों को तैनात कर दिया है. इनमें न सिर्फ निचले स्तर के कर्मचारी बल्कि आला अधिकारी भी शामिल हैं.
संभाग कमिश्नर के मुताबिक मध्यप्रदेश शासन के निर्देश पर आयुक्त नर्मदापुरम संभाग और जिला प्रशासन ने विशेष अभियान के तहत रबी फसल के कटाई के बाद नरवाई जलाने से रोकने के लिए जागरुकता अभियान के रूप में अधिकारियों को एक-एक ग्राम पंचायत को गोद लेकर, ग्राम पंचायत क्षेत्र के गांवों में किसान चौपाल, सभाएं आयोजित कर प्रचार-प्रसार करना है.
नरवाई जलाए जाने से रोकने के लिए जो जागरुकता अभियान चलाया जाना है. उसमें करीब 12 से ज्यादा विभागों के आलाधिकारी गांवों में जाकर ग्रामीणों को जागरुक करेंगें. इसके साथ ही अधिकारी गांवों में सभा, किसान चौपाल करके, नरवाई में आग से होने वाले नुकसान और उनसे बचाव के उपायों की जानकारी देंगे.
अधिकारी इस दौरान कंबाइन हार्वेस्टर, स्ट्रा-मैनेजमेंट सिस्टम और भूसा मशीन के उपयोग और कटाई पर जोर देंगे. इसके साथ ही अधिकारी यह भी सुनिश्चित करेंगे कि ग्राम पंचायत में आग बुझाने से संबंधित उपलब्ध संसाधन जैसे टैंकर, ट्रैक्टर चलित पावर स्पेरेयर आदि पहले से तैयार है या नहीं.
बता दें कि किसानों द्वारा नरवाई में आग से पिछले साल न सिर्फ करोड़ों रुपए का नुकसान हुआ था उस हादसा में 6 से अधिक मौतें हुई थी. जिसमें मुख्यमंत्री कमलनाथ ने घटनास्थल का दौरा किया था.