होशंगाबाद। नर्मदापुरम संभाग कमिश्नर ने बाबई तहसील के तहसीलदार आलोक पारे के निलंबन के आदेश जारी किए हैं. लगातार डैम से छोड़े जा रहे पानी और मौसम विभाग द्वारा तेज बारिश की चेतावनी के बाद भी लापरवाही बरतने पर कलेक्टर की अनुशंसा पर कमिश्नर ने आलोक पारे को सस्पेंड कर दिया. साथ ही नायब तहसीलदार और होशंगाबाद एसडीएम को कार्य के प्रति लापरवाही बरतने को लेकर चेतावनी भी दी गई है.
कमिश्नर ऑफिस से जारी किये गए आदेश के अनुसार 25 अगस्त रविवार को लगातार हो रही बारिश और नर्मदा नदी के बढ़ते जलस्तर को लेकर कलेक्टर ने बाबई तहसील में एक मीटिंग ली थी. कलेक्टर द्वारा लगातार हो रही बारिश और नर्मदा नदी के बढ़ते जलस्तर को लेकर मुख्य अधिकारियों को मुख्यालय नहीं छोड़ने की आदेश दिए गए हैं, लेकिन तहसीलदार आलोक पारे वरिष्ठ अधिकारियों को बिना सूचना दिये ही मुख्यालय छोड़कर चले गए थे.
मुख्यालय छोड़कर जाने के बाद तहसीलदार ने गलत सूचना देते हुये थाना प्रभारी के साथ तवा डैम के पास होने की सूचना दी थी. आलोक पारे के लगातार झूठ बोलने के कारण कलेक्टर ने कमिश्नर को उन्हें सस्पेंड करने की अनुशंसा की थी, जिस पर कार्रवाई करते हुए तुरन्त ही तहसीलदार को सस्पेंड कर दिया गया है.