होशंगाबाद। कोरोना वायरस की जंग में लॉकडाउन के दौरान बड़ी संख्या में सामाजिक कार्यकर्ता सहयोग करने के लिए सामने आए हैं. इस लॉकडाउन से मानव ही नहीं जानवर भी परेशान हो रहा है. जहां एक तरफ कई समाजसेवी संस्थाएं लोगों को भोजन के पैकेट बनाकर दो वक्त की रोटी प्रदान कर रहे हैं कई ऐसे समाजसेवी भी हैं जो जानवरों के लिए समर्पण भाव से सेवा में लगे हुए हैं.
ऐसे ही होशंगाबाद इटारसी के कई समाजसेवी हैं जो 26 मार्च से लॉकडाउन के साथ जानवरों को भोजन दे रहे हैं. ऐसे ही एक समाजसेवी इटारसी के प्रमोद पगारे जो अपने दोस्तों के साथ जंगलों में जाकर बंदरों को खाना खिलाते हैं. दरअसल ये इटारसी से 7 किलोमीटर दूर बैतूल रोड पर बागदेव के जंगलों में प्रतिदिन बन्दरों को खाने का सामान डालने आ रहे हैं.
जंगल के पास में तवा नदी पर बांध होने के चलते बड़ी संख्या में सालभर टूरिस्ट पहुंचते हैं जो इन बंदरों के खाने के लिये सामान डालते रहते हैं लेकिन अब लॉकडाउन के चलते सभी तरह से टूरिस्ट का निकलना बंद हो गया है. अब इन बंदरों को समाजसेवी प्रमोद पगारे प्रतिदिन भोजन डाला रहे हैं.
वहीं ऐसा ही एक युवाओं का समाजसेवी संगठन है जो कि शहरभर के आवारा मवेशियों को लॉकडाउन की घोषणा होते ही सब्जियां खिला रहा है. प्रतिदिन लोडेड ट्रक भर के जगह-जगह आवारा मवेशियों को भोजन व्यवस्था कर रहे हैं इसके चलते आवारा पशुओं को भी भोजन मिल रहा है.