ETV Bharat / state

नेत्रहीन शिक्षक ने पेश की मिसाल, कहा- कठिनाइयों से डरे नहीं, उसका सामना करें - teacher day special

होशंगाबाद के सिवनी मालवा में शासकीय उत्कृष्ट विद्यालय में पदस्थ शिक्षक सलिल तिवारी भले की नेत्रहीन हैं, लेकिन उन्होंने अपनी इस कमजोरी को कभी खुद पर हावी नहीं होने दिया. बच्चों को पढ़ाने में सलिल कोई कमी नहीं रखते हैं.

नेत्रहीन शिक्षक ने पेश की मिसाल
author img

By

Published : Sep 4, 2019, 7:46 PM IST

Updated : Sep 4, 2019, 10:40 PM IST

होशंगाबाद। शिवनी मालवा में पदस्थ शिक्षक सलिल तिवारी भले की नेत्रहीन हैं, लेकिन उन्होंने कभी अपनी इस कमी को खुद पर हावी नहीं होने दिया. सलिल शारीरिक रूप से असक्षम होने के बाद भी, बच्चो की जिंदगी में उजाला फैला रहे हैं.
शासकीय उत्कृष्ट विद्यालय के शिक्षक के पद पर पदस्थ सलिल तिवारी जो कहने को तो दोनों आंखों से नेत्रहीन है, लेकिन उन्होंने अपने जीवन में कभी हार नहीं मानी. कड़ी मेहनत करके पहले उन्होंने खुद को शिक्षित किया और अब बच्चों के जीवन में शिक्षा का उजियारा फैला रहे हैं.
गरीब परिवार, रोजी-रोटी का संकट और ऊपर से नेत्रहीनता किसी को भी तोड़ सकती है, इन परिस्थितियों में भी कुछ ही ऐसे लोग होते हैं, जो इस अभिशाप को भी चुनौती के रूप में स्वीकार करके अपना मुकाम हासिल करते हैं.

नेत्रहीन शिक्षक ने पेश की मिसाल

सलिल तिवारी का कहना है कि उन्होंने जीवन में बहुत परेशानियां उठाई हैं, लेकिन संघर्ष के आगे न कभी झुके, न ही कभी किसी के सामने अपने हाथ फैलाएं. शिक्षक सलिल तिवारी का कहना है कि यदि भगवान हमें कोई कमजोरी देता है, तो हमें दूसरी शक्तियां भी देता है. जिन पर ध्यान केंद्रित कर सफलता हासिल करनी चाहिए. सलिल आगे कहते हैं कि हमें ये भी याद रखना चाहिए कि कठिनाइयां ही जीवन मे सफलता का मार्ग सुगम बनाती हैं, इसलिए कठिनाइयों से डरे नहीं, बल्कि उसका सामना करें.

होशंगाबाद। शिवनी मालवा में पदस्थ शिक्षक सलिल तिवारी भले की नेत्रहीन हैं, लेकिन उन्होंने कभी अपनी इस कमी को खुद पर हावी नहीं होने दिया. सलिल शारीरिक रूप से असक्षम होने के बाद भी, बच्चो की जिंदगी में उजाला फैला रहे हैं.
शासकीय उत्कृष्ट विद्यालय के शिक्षक के पद पर पदस्थ सलिल तिवारी जो कहने को तो दोनों आंखों से नेत्रहीन है, लेकिन उन्होंने अपने जीवन में कभी हार नहीं मानी. कड़ी मेहनत करके पहले उन्होंने खुद को शिक्षित किया और अब बच्चों के जीवन में शिक्षा का उजियारा फैला रहे हैं.
गरीब परिवार, रोजी-रोटी का संकट और ऊपर से नेत्रहीनता किसी को भी तोड़ सकती है, इन परिस्थितियों में भी कुछ ही ऐसे लोग होते हैं, जो इस अभिशाप को भी चुनौती के रूप में स्वीकार करके अपना मुकाम हासिल करते हैं.

नेत्रहीन शिक्षक ने पेश की मिसाल

सलिल तिवारी का कहना है कि उन्होंने जीवन में बहुत परेशानियां उठाई हैं, लेकिन संघर्ष के आगे न कभी झुके, न ही कभी किसी के सामने अपने हाथ फैलाएं. शिक्षक सलिल तिवारी का कहना है कि यदि भगवान हमें कोई कमजोरी देता है, तो हमें दूसरी शक्तियां भी देता है. जिन पर ध्यान केंद्रित कर सफलता हासिल करनी चाहिए. सलिल आगे कहते हैं कि हमें ये भी याद रखना चाहिए कि कठिनाइयां ही जीवन मे सफलता का मार्ग सुगम बनाती हैं, इसलिए कठिनाइयों से डरे नहीं, बल्कि उसका सामना करें.

Intro:कोशिश करने वालों की कभी हार नहीं होती, लहरों से डरकर कभी नौका पार नहीं होती’ इन पंक्तियों को होशंगाबाद जिले के सिवनी मालवा में पदस्थ एक नेत्रहीन शिक्षक ने चरितार्थ कर दिखाया है। आपने दुनिया मैं कई ऐसे लोगों को देखा होगा, जो शारीरिक के साथ-साथ मानसिक रुप से सक्षम है, लेकिन अपनी जिंदगी में ना तो कोई उपलब्धि हासिल कर पाए और न ही किसी की जिंदगी सवार पाए।Body:लेकिन हम आपको एक ऐसे शख्स से आज मिला रहे है। जो शारीरिक रूप से असक्षम होने के बाद भी, कई बच्चो की जिंदगी सवार रहे है। और ये शख्स है मध्यप्रदेश के होशंगाबाद जिले की सिवनी मालवा तहसील के शासकीय उत्कृष्ट विद्यालय के शिक्षक सलिल तिवारी। जो कहने को तो दोनों आंखों से नेत्रहीन है परन्तु सलिल तिवारी ने दोनों आंखों से नेत्रहीन होने के बाद भी जिंदगी से हार नही मानी और कड़ी मेहनत, करते हुए शिक्षक बने और आज कई बच्चो को शिक्षा दे जिंदगी सवार रहे है।Conclusion:गरीब परिवार, रोजी-रोटी का संकट और ऊपर से नेत्रहीनता किसी को भी तोड़ सकती है। इन परिस्थितियों में बिरले ही ऐसे लोग है जो इस अभिशाप को भी चुनौती के रूप में स्वीकार कर एक मुकाम हासिल कर लेते है। उन्हीं में शामिल है नेत्रहीन सलिल तिवारी। उनका कहना है कि उन्होंने जीवन में बहुत परेशानियां उठाई, लेकिन संघर्ष के आगे न कभी झुके न ही कभी किसी के सामने अपने हाथ फैलाएं। विकलांग कभी अपने आप को विकलांग ना समझे। सलिल तिवारी को नेत्रहीन होने का कोई मलाल कोई पीड़ा नहीं है। शिक्षक सलिल तिवारी का कहना है कि यदि भगवान हमें कोई कमजोरी देता है तो हमें दूसरी शक्तियों पर ध्यान केंद्रित कर सफलता हासिल करना चाहिए। और ये भी याद रखे कि, कठिनाइयाँ ही जीवन मे संफलता का मार्ग सुगम बनाती है इसलिए कठनाइयों से न डरे नही, बल्कि सामना करे।

बाइट-पवन यदुवंशी छात्र
बाइट-गगन कटारे छात्र
बाइट-सीमा तिवारी (शिक्षक की पत्नि)
बाइट-सुरेन्द्र पाटिल प्राचार्य उत्कृष्ट विद्यालय
बाइट-सलिल तिवारी नेत्रहीन शिक्षक
Last Updated : Sep 4, 2019, 10:40 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.