होशंगाबाद। बारिश के पानी के संचय के लिए किए जाने वाले प्रयास न के बराबर दिखाई दे रहे हैं. रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम के लिए पहले ही कुछ प्रयास किए गए थे, लेकिन धीरे-धीरे व्यवस्था में लगे अधिकारी, कर्मचारी इसे भूलते गए. स्थिति यह है कि सरकारी भवन हो या फिर प्राइवेट, वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम कहीं पर भी नजर नहीं आते.
जिले में बीते पांच साल में बड़ी मात्रा में बोर कराए गए. वाटर हार्वेस्टिंग को लेकर भी शासन-प्रशासन द्वारा गंभीरता नहीं दिखाई जा रही है. सिवनी-मालवा तहसील की 95 ग्राम पंचायतें, और एक नगर पालिका में से किसी भी निकाय में वाटर हार्वेस्टिंग के प्रयास तक नहीं किए जा रहे हैं. तहसील में सरकारी इमारतों में ही वाटर हार्वेस्टिंग की व्यवस्था नहीं की गई है.
कलेक्टर ने सभी शासकीय कार्यालयों, शासकीय भवनों में वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम स्थापित करने के निर्देश दिए थे. तहसील मुख्यालय सहित अंचल में किसी सरकारी इमारत को वाटर हार्वेस्टिंग से जोड़ने की जरूरत नहीं समझी गई. शहर के कई सरकारी दफ्तरों के परिसर के साथ ही अन्य बड़े संस्थानों में भी वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम नहीं बनाए गए. कुछ विभागों ने तो कागज में ही बता दिया कि हार्वेस्टिंग सिस्टम उनके यहां बन गया है. जिन स्थानों पर इसे बनाने का दावा किया जा रहा था वहां नजर नहीं आ रहे हैं.