होशंगाबाद। होशंगाबाद में नर्मदा नदी के सैठानी घाट पर लॉकडाउन के चलते, सदियों पुरानी पंरपरा टूट गई. यहां हर पूर्णिमा पर नर्मदा की भव्य आरती होती थी. जिसका एक नजारा हम आपकों दिखाने जा रहे हैं. ये तस्वीरें 2019 की हैं, जब मां नर्मदा के तट पर पूर्णिमा के दिन मां नर्मदा की महाआरती हुई थी. जिसे देखने हजारों श्रद्धालु पहुंचे थे. ये परंपरा यहां सदियों से चली आ रही थी.
लेकिन लॉकडाउन से पहली बार सबकुछ बदला, आज यहां मां नर्मदा की आरती तो हुई, लेकिन पहली बार श्रद्धालुओं के आने पर रोक लगा दी गई.
इस बार की महाआरती सादगी से सपन्न हुई. सैकड़ों श्रद्धालुओं से भरा रहने वाला सेठानी घाट पहली बार सूना नजर आया. नर्मदा की महाआरती में एक पुजारी सहित कुछ सीमित लोग ही इस बार शामिल हो पाए.
प्रत्येक पूर्णिमा पर एक दर्जन पंडितों के साथ नर्मदा के तट पर सैकड़ों दीप जलाए जाते थे. दीपो से होने वालीं महाआरती में इस बार बुद्ध पूर्णिमा पर केवल एक पंडित ने सादगी से महाआरती सपन्न कराई. हमेशा से सैकड़ों श्रद्धालुओं से भरा रहने वाला सेठानी घाट एकदम सुनसान पड़ा हुआ है. लोगों की चहलकदमी भी बंद हो गई. इस बार केवल घरों से ही लोगों ने मां नर्मदा के दर्शन किए