होशंगाबाद। इटारसी में शासन और बस संचालकों के बीच चल रहा विवाद लोगों के लिए परेशानी का सबब बनता जा रहा है. दरअसल बसों के नहीं चलने से इटारसी के टैक्सी और वाहन चालक ग्रामीणों से मनमाना किराया वसूल रहे हैं, साथ ही इटारसी बस स्टैंड के सहारे आजीविका चलाने वालों पर भी इसका नकारात्मक असर पड़ रहा है.
लॉकडाउन में मिली रियायत को तीन हफ्ते हो चुके हैं, बाजारों में और शहर के रेलवे स्टेशन पर लोगों की भीड़ देखने को मिल रही है. वहीं बस स्टैंड पर सन्नाटा पसरा हुआ है, दरअसल शासन और बस संचालकों के बीच अपने-अपने अधिकारों को लेकर विवाद चल रहा है. जिसके चलते शहर के साथ- साथ ग्रामीणों अंचलों में पहुंचने के लिए यात्रियों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. बस की सुविधा न होने के चलते यात्रियों को मजबूरन प्राइवेट वाहनों का इस्तेमाल करना पड़ रहा है.
आम यात्रियों की परेशानी से शासन ने पूरी तरह से मुंह मोड़ लिया है. अगर बस संचालक प्रशासन के आदेशों को मानते हैं, तो उन्हें अपने घर से पैसा लगाकर यात्रियों की सेवा करनी पड़ सकती है. लोगों की मांग है कि जिला प्रशासन को तुरंत बस सेवा शुरू करवानी चाहिए.