नर्मदापुरम। सरकार स्कूलों में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और नौनिहालों को बेहतर माहौल देने के भले ही तमाम प्रयास कर रही हो, लेकिन एमपी के स्कूलों में तैनात शिक्षक सरकार की मंशा पर पानी फेरते नजर आ रहे हैं. जिले के सोहागपुर नगर के शासकीय कन्या शाला हायर सेकेंडरी स्कूल से एक वीडियो वायरल हो रहा है, जहां छात्राओं से मजदूरी जैसा कार्य कराया जा रहा है. इससे पहले भी एमपी के सरकारी स्कूलों से ऐसे मामले सामने आए हैं.
बच्चों से उठवाई जा रही टेबल-चेयर: ठंड का समय है शिक्षक अपनी कक्षाओं में बैठना पसंद नहीं करते. इसके लिए प्राचार्य के निर्देश पर शिक्षक छात्राओं से कुर्सियां और टेबल धूप में लाने को कहते हैं, प्रतिदिन वे धूप में रखवाते हैं और छुट्टी होने के बाद यही कुर्सी टेबल छात्रों को फिर से कमरों में रखना पड़ता है. स्कूली बच्चों को धूप में पढ़ाने के लिए बच्चों से ही उनके बैठने के लिए टेबल और कुर्सी कक्षा से बाहर लाने को कहते हैं. यही नहीं कई छात्रों से यहां झाड़ू भी लगवाई जाती है.
छात्राओं से कराई जाती है मजदूरी: जिन बच्चों के हाथों में कलम और किताब होना चाहिए उनके हाथों में टेबल और कुर्सी है. मजदूरी जैसे कार्य से बचने के लिए कुछ छात्रा लेट आने लगी हैं, जिसपर स्कूल के शिक्षक उन्हें सजा के तौर पर कान पकड़ कर उठक बैठक करवाते हैं. ये सारी हरकतों का वीडियो शासकीय कन्या शाला गए एक बच्चे के गार्जियन ने छुपकर बना लिया और इसे वायरल कर दिया.
जांच में जुटे एसडीएम: इस मामले की सच्चाई जानने के लिए कन्या शाला के प्रभारी प्राचार्य सुरेश चौधरी स्कूल पहुंचे. बच्चों का पक्ष जानने प्राचार्य स्कूल गए जहां उनकी मीडियाकर्मियों से बहस हो गई. यहां बिना अनुमति स्कूल गेट के अंदर आने को लेकर स्कूल प्राचार्य से मीडियाकर्मियों की बहस हो गई. घटना की जानकारी के बाद जांच दल एसडीएम अखिल राठौर, तहसीलदार अलका एक्का, बीईओ संजीव दुबे आरआई राजेश दुबे की टीम ने सोहागपुर कन्या शाला पहुंचा. एसडीएम ने बताया मामले की जांच कर रहे हैं जो भी कार्रवाई होगी उससे अवगत कराया जाएगा.