नर्मदापुरम। काफी लंबे समय से भारतीय जनता पार्टी से उपेक्षा झेल रहे नर्मदापुरम के दो बार के पूर्व विधायक गिरजा शंकर शर्मा ने एक सप्ताह पहले भाजपा की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था. पूर्व विधानसभा अध्यक्ष एवं नर्मदापुरम के वर्तमान विधायक डॉ. सीताशरण शर्मा के बड़े भाई गिरजा शंकर शर्मा, लंबे समय से भाजपा की रीति और नीति से नाराज चल रहे थे. गिरजा शंकर शर्मा अब कांग्रेस के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के नेतृत्व में 10 सितंबर को कांग्रेस में शामिल होने जा रहे हैं.
एक सप्ताह पहले दिया भाजपा से इस्तीफा: दरअसल पूर्व विधानसभा अध्यक्ष एवं वर्तमान विधायक डॉ. सीताशरण शर्मा के भाई एवं नर्मदापुरम से दो बार के पूर्व विधायक गिरजा शंकर शर्मा ने एक सप्ताह पहले प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था. उन्होंने चर्चा के दौरान बताया कि ''एक सप्ताह पूर्व भाजपा से इस्तीफा दे दिया है. करीबन एक सप्ताह से अपने सहयोगियों के साथ चर्चा की पॉलिटिकल सिनेरियो (राजनीतिक परिदृश्य) को देखा साथ ही कांग्रेस के नेताओं से भी उन्होंने बात की.''
कांग्रेस का करूंगा सहयोग: गिरजा शंकर शर्मा ने बताया कि ''मुझे लगता है कि मेरे लिए राजनीतिक भूमिका निभाने का अवसर या निर्वहन करने का अवसर है वह कांग्रेस में है. इसलिए मैंने कांग्रेस ज्वाइन करने के लिए अवगत करा दिया था.'' उन्होंने बताया ''कमलनाथ की उपस्थिति में मैं 10 तारीख को कांग्रेस ज्वाइन करूंगा, मेरी प्राथमिकता भी यही है. मुझे लग रहा है कि भारतीय जनता पार्टी का आना प्रदेश के लिए प्रदेश की जनता के लिए नुकसानदायक है, इसलिए मैं कांग्रेस का सहयोग करूंगा.''
भाई से कभी नहीं हुए संबंध खराब: गिरजा शंकर शर्मा ने अपने भाई सीताशरण शर्मा के सामने चुनाव लड़ने की बात पर कहा कि ''हम दोनों 70 साल से ज्यादा उम्र के हैं, कभी संबंध खराब नहीं हुए हैं. उनके खिलाफ कैसे काम करें, इसका भी एक उपाय है, अपनी जुबान बंद रखो. जिले में तीन सीटें हैं, अगर टिकट नहीं मिला तो कार्यकर्ता की ही भांति कांग्रेस में काम करूंगा.''