नर्मदापुरम। दो बार के नर्मदापुरम के पूर्व विधायक व पूर्व विधानसभा अध्यक्ष एवं वर्तमान विधायक डॉक्टर सीताशरण शर्मा के बड़े भाई गिरिजा शंकर शर्मा ने आज बीजेपी से इस्तीफा दे दिया है. लंबे समय से पूर्व विधायक भाजपा से नाराज चल रहे थे. उन्होंने पार्टी पर उपेक्षा का आरोप लगाया है. इससे पूर्व में भी उन्होंने पार्टी के बारे में तवज्जो नहीं मिलने के बारे में खुलकर बोला है. जिसके बाद उन्होंने शुक्रवार को भाजपा से इस्तीफा दे दिया. उन्होंने चर्चा के दौरान स्पष्ट किया की जहां से डॉक्टर सीतासरण शर्मा चुनाव नही लड़ेंगे, वहां से उनकी चुनाव लड़ने को लेकर प्राथमिकता रहेगी.
गिरिजा शंकर ने सरकार पर लगाए आरोप: गिरिजा शंकर शर्मा ने कहा कि "शुरुआती सालों में सरकार ने इंफ्रास्ट्रक्चर बनाए है, लेकिन वह सब गायब हो गए. महंगे स्कूलों का बोझ बढ़ रहा है. महंगाई बढ़ रही है, इस तरफ सरकार का कोई ध्यान नहीं है. ₹1100 में गैस सिलेंडर मिल रहा है, पेट्रोल-डीजल का दाम बढ़ रहा है. यदि दामों को बढ़ाते हैं तो उन्हें काम भी करो. सरकार छोटे-मोटे लॉलीपॉप दे रही है. सरकार के पास कोई लंबी दृष्टि नहीं है कि सरकार कैसे चलानी है. महाकौशल विंध्य प्रदेश और बुंदेलखंड बहुत उपेक्षा का शिकार हो रहे हैं, यह ठीक नहीं है. पूरे प्रदेश का विकास होना चाहिए. एजुकेशन पर ध्यान देना चाहिए."
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भाई सीताशरण की राजनीति पर पड़ेगा असर: इसके साथ ही गिरिजा शंकर शर्मा ने बीजेपी को लेकर कई मुद्दों पर भी चर्चा की. वहीं उनसे चर्चा के दौरान पूछा गया कि पूर्व विधानसभा अध्यक्ष डॉ सीताशरण शर्मा की राजनीति पर आपके पार्टी छोड़ने का कोई असर पड़ने वाला है. उन्होंने कहा की "राजनीति पर यह नहीं कह सकता हूं, लेकिन उनकी राजनीति संभालने के लिए मैं खुद सोचता हूं. 9 साल का समय बहुत होता है, परफॉर्मेंस सरकार की बेहतर होती हुई दिखती तो ठीक था. इसलिए उनकी राजनीति में यह असर होगा या नहीं. यह वह जाने, मेरे अनुसार तो असर नहीं होना चाहिए, हमारी राजनीति के हम जिम्मेदार हैं. कांग्रेस ज्वाइन को लेकर उन्होंने कहा कि ज्वाइन कर सकते हैं, लेकिन हमारी बात कहीं नहीं हुई है, लेकिन करेंगे भी ऐसा नहीं है. उन्होंने कहा कि सोहागपुर भी सीट अच्छी है और नर्मदापुरम भी अच्छी है, लेकिन डॉक्टर साहब(डॉक्टर सीताशरण शर्मा) जहां से चुनाव नहीं लड़ेंगे, वह सीट हमारी प्राथमिकता रहेगी.