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नर्मदा में प्रवाहित की गईं लालजी टंडन की अस्थियां, परिजन समेत मंत्री भूपेंद्र सिंह रहे मौजूद

होशंगाबाद के सेठानी घाट पर नर्मदा नदी में मध्यप्रदेश के पूर्व राज्यपाल लालजी टंडन की अस्थियों का विसर्जन किया गया. इस दौरान पूर्व राज्यपाल लालजी टंडन के परिजनों सहित कैबिनेट मिनिस्टर भूपेंद्र सिंह मौजूद रहे.

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पूजा पाठ
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Published : Aug 11, 2020, 3:52 PM IST

होशंगाबाद। बीजेपी के द्वारा पूर्व राज्यपाल लालजी टंडन की अस्थियों को पवित्र नदियों में विसर्जित किया जा रहा है. इसी कड़ी में मंगलवार को पूर्व राज्यपाल लालजी टंडन की अस्थियों को होशंगाबाद के सेठानी घाट पर नर्मदा नदी में विसर्जित किया गया. इस दौरान दिवंगत पूर्व राज्यपाल लालजी टंडन के परिजनों सहित कैबिनेट मिनिस्टर भूपेंद्र सिंह मौजूद रहे. अस्थि कलश को यहां लाया गया और पूरे विधि-विधान से नर्मदा नदी में विसर्जित किया गया.

मंत्री भूपेंद्र सिंह ने पूर्व राज्यपाल लालजी टंडन को याद करते हुए कहा कि स्वर्गीय टंडन अपने लोकसभा क्षेत्र क्षेत्र में बहुत प्रसिद्ध थे और अटल बिहारी वाजपेयी के काफी करीबी माने जाते थे. एक समय वे अटल बिहारी वाजपेयी की खड़ाऊ लेकर निकले थे. मध्य प्रदेश सरकार पूर्व राज्यपाल को श्रद्धांजलि दे रही है. आज उनके सम्मान मे ये अस्थि विसर्जन किया गया है. इस दौरान बीजेपी नेताओं और जनप्रतिनिधियों समेत अन्य पदाधिकारी भी मौजूद रहे. साथ ही कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए प्रशासनिक भी मौजूद रहा.

21 जुलाई को ली अंतिम सांस

बता दें पूर्व राज्यपाल लालजी टंडन का निधन 21 जुलाई को सुबह निधन हुआ था. लखनऊ के मेंदाता अस्पताल में उन्होंने अंतिम सांस ली. 85 वर्षीय लालजी टंडन का लंबे समय से लखनऊ के मेदांता अस्पताल में इलाज चल रहा था. टंडन को 11 जून को सांस लेने में तकलीफ और बुखार के चलते मेदांता अस्पताल में भर्ती कराया गया था. लीवर में दिक्कत होने की वजह से 14 जून को इमरजेंसी ऑपरेशन किया गया था. फिर उनकी हालत नाजुक हो गई, जिसके बाद उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया था.

बीजेपी के कद्दावर नेता

लालजी टंडन बीजेपी के कद्दावर नेताओं में से शुमार रहे हैं. वो पहले बिहार के राज्यपाल की जिम्मेदारी संभाल रहे थे. पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के करीबियों में लालजी टंडन का भी नाम आता है. वायपेयी के सक्रिय राजनीति से दूरी बनाने के बाद उन्होंने लखनऊ सीट से चुनाव लड़ा था.

होशंगाबाद। बीजेपी के द्वारा पूर्व राज्यपाल लालजी टंडन की अस्थियों को पवित्र नदियों में विसर्जित किया जा रहा है. इसी कड़ी में मंगलवार को पूर्व राज्यपाल लालजी टंडन की अस्थियों को होशंगाबाद के सेठानी घाट पर नर्मदा नदी में विसर्जित किया गया. इस दौरान दिवंगत पूर्व राज्यपाल लालजी टंडन के परिजनों सहित कैबिनेट मिनिस्टर भूपेंद्र सिंह मौजूद रहे. अस्थि कलश को यहां लाया गया और पूरे विधि-विधान से नर्मदा नदी में विसर्जित किया गया.

मंत्री भूपेंद्र सिंह ने पूर्व राज्यपाल लालजी टंडन को याद करते हुए कहा कि स्वर्गीय टंडन अपने लोकसभा क्षेत्र क्षेत्र में बहुत प्रसिद्ध थे और अटल बिहारी वाजपेयी के काफी करीबी माने जाते थे. एक समय वे अटल बिहारी वाजपेयी की खड़ाऊ लेकर निकले थे. मध्य प्रदेश सरकार पूर्व राज्यपाल को श्रद्धांजलि दे रही है. आज उनके सम्मान मे ये अस्थि विसर्जन किया गया है. इस दौरान बीजेपी नेताओं और जनप्रतिनिधियों समेत अन्य पदाधिकारी भी मौजूद रहे. साथ ही कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए प्रशासनिक भी मौजूद रहा.

21 जुलाई को ली अंतिम सांस

बता दें पूर्व राज्यपाल लालजी टंडन का निधन 21 जुलाई को सुबह निधन हुआ था. लखनऊ के मेंदाता अस्पताल में उन्होंने अंतिम सांस ली. 85 वर्षीय लालजी टंडन का लंबे समय से लखनऊ के मेदांता अस्पताल में इलाज चल रहा था. टंडन को 11 जून को सांस लेने में तकलीफ और बुखार के चलते मेदांता अस्पताल में भर्ती कराया गया था. लीवर में दिक्कत होने की वजह से 14 जून को इमरजेंसी ऑपरेशन किया गया था. फिर उनकी हालत नाजुक हो गई, जिसके बाद उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया था.

बीजेपी के कद्दावर नेता

लालजी टंडन बीजेपी के कद्दावर नेताओं में से शुमार रहे हैं. वो पहले बिहार के राज्यपाल की जिम्मेदारी संभाल रहे थे. पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के करीबियों में लालजी टंडन का भी नाम आता है. वायपेयी के सक्रिय राजनीति से दूरी बनाने के बाद उन्होंने लखनऊ सीट से चुनाव लड़ा था.

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