होशंगाबाद। 8 पुलिसकर्मियों की मौत के आरोपी कुख्यात बदमाश विकास दुबे एनकाउंटर मामले पर पूरे देश की राजनीति गरमा गई है. होशंगाबाद पहुंचे कृषि मंत्री कमल पटेल ने कांग्रेस द्वारा उठाए जा रहे सवालों पर पलवार किया है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस अपराधों की जननी है. सत्ता से बाहर होने के बाद कांग्रेस नेता सठिया गए हैं. इसलिए इस तरह के अनर्गल आरोप लगा रहे हैं.
विकास दुबे के एनकाउंटर को लेकर मंत्री कमल पटेल ने पुलिस के कार्य की सराहना भी की है. कांग्रेस पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने 55 साल तक देश को लूटा है. कांग्रेस के राज में अपराध बढ़ा और अपराधी भी.
बता दें कि कानपुर में हुई मुठभेड़ का मुख्य आरोपी विकास दुबे आज सुबह एनकाउंटर में मारा गया है. पुलिस के मुताबिक जब यूपी एसटीएफ विकास दुबे को लेकर मध्य प्रदेश के उज्जैन से कानपुर लौट रही थी. तभी गाड़ी दुर्घटनाग्रस्त हो गई. इस दौरान विकास ने पुलिसकर्मी का हथियार छीनकर भागने की कोशिश की और पुलिस पर गोलियां भी चलाईं. जवाबी कार्रवाई में विकास मारा गया.
बीते दो-तीन जुलाई को कानपुर में अपराधियों को पकड़ने गई पुलिस पर हुई अंधाधुंध फायरिंग में आठ पुलिसकर्मी शहीद हो गए थे. इस मामले में उत्तर प्रदेश पुलिस बीते एक सप्ताह से लगातार सक्रिय थी. इसी बीच मामले के मास्टरमाइंड विकास दुबे को मध्य प्रदेश की उज्जैन पुलिस ने महाकाल मंदिर से पकड़ लिया.
जमकर हो रही राजनीति
इसके बाद मध्य प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने भी ट्वीट कर विकास के गिरफ्तार होने की जानकारी दी थी. इसके बाद उज्जैन पुलिस ने उसे यूपी पुलिस के हवाले किया था और बाद में वो कानपुर के पास एनकाउंटर में ढेर हो गया. गुरूवार की सुबह विकास दुबे के सरेंडर सस्पेंस और सियासत को लेकर दिनभर तमाम बातें होती रहीं. अब जब विकास का एनकाउंटर हो गया है तो भी राजनीति भी रूकने का नाम नहीं ले रही है.
52 से ज्यादा मामले दर्ज
विकास दुबे ने 1993 से आपराधिक दुनिया में कदम रखा था. जिसके बाद उसने कई युवकों के साथ अपना खुद का गैंग बनाया और लूट, डकैती, हत्या जैसे जघन्य अपराधों को अंजाम देने लगा.
शिवली क्षेत्र के बिकरू गांव निवासी विकास दुबे के खिलाफ 52 से ज्यादा मामले यूपी के कई जिलों के थानों में चल रहे हैं. उस पर आठ पुलिसकर्मियों की हत्या का आरोप था. उसने दो जुलाई को अपने गुर्गों के साथ मिलकर पुलिस दल पर हमला कर दिया था. उसके बाद वह फरार चल रहा था. जिसके बाद वो उज्जैन से गिरफ्तार हुआ और उसके बाद कानपुर के पास एनकाउंटर में मारा गया.