होशंगाबाद। बाबई प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र की चिकित्सा अधिकारी शोभना चौकसे पर गंभीर आरोप लगे हैं. दरअसल उन्हें बाबई के सामुदायिक भवन के पास सरकारी आवास मिला हुआ है. उन पर आरोप है कि वे वहां अवैध रूप से क्लीनिक संचालित कर रही हैं.
क्लीनिक चलाने की परमिशन सीएमएचओ कार्यालय और बाबई बीएमओ कार्यालय से नहीं ली गई है. बाबई प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र की चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर शोभना चौकसे पर नियमों की धज्जियां उड़ाते हुए अवैध रूप से क्लीनिक संचालित करने का आरोप है.
ईटीवी भारत की टीम ने जब अस्पताल का निरीक्षण किया, तब पता चला कि पास में बना बंगला डॉक्टर शोभना चौकसे को आवंटित है. वह सालों से अवैध रूप से पलंग बिछाकर गैरकानूनी रूप से निजी अस्पताल का संचालन कर रही हैं, जिसकी परमिशन ना तो सीएमएचओ कार्यालय और ना बाबई बीएमओ कार्यालय से ली गई है.
मुख्य चिकित्सा अधिकारी दिनेश कौशल्य का कहना है कि कोई भी डॉक्टर अपने सरकारी घर में मरीज को परामर्श तो दे सकता है, लेकिन भर्ती नहीं कर सकता है. वहीं भारतीय मेडिकल काउंसिल के नियम के अनुसार कोई भी डॉक्टर सरकारी अस्पताल के पर्चे पर बाहरी अस्पताल की दवा नहीं लिख सकता है, लेकिन वे सरकारी पर्चे पर दवा भी लिख रही हैं. सीएमएचओ ने जल्द ही मामले में कार्रवाई करने की बात कही है.