होशंगाबाद। देश में चल रहे किसान आंदोलन के बीच जिले के लिए एक अच्छी खबर आई है. जिले के किसानों की धान खरीदी और परिवहन की बेहतर व्यवस्था हुई है. यही कारण है कि धान उपार्जन में बेहतर परिवहन और नवीन परिवारों को राशन वितरण में होशंगाबाद जिला प्रदेश में अव्वल रहा है. वहीं स्व सहायता समूह की महिलाओं को बैंक लिंकेज प्रदान करने में भी जिले को पहला स्थान मिला है.
मुख्यमंत्री ने की बेहतर कार्य की प्रशंसा
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने समर्थन मूल्य पर धान उपार्जन में परिवहन के आधार पर तथा नवीन परिवारों को राशन वितरण में उल्लेखनीय कार्य के लिए प्रदेश में पहले स्थान पर होने के लिए जिले की सराहना की है. उन्होंने समूह की महिलाओं को बैंक लिंकेज प्रदान करने में भी जिले के प्रथम रहने की प्रशंसा की है. मुख्यमंत्री ने कलेक्टर एवं जिला प्रशासन की पूरी टीम को बधाई दी है.
जिले में अभी तक समर्थन मूल्य पर 12182 किसानों से 119234 मीट्रिक टन धान की खरीदी की जा चुकी है. वहीं 115355 मीट्रिक टन धान का परिवहन किया गया है जो की कुल खरीदी मात्रा का 97 प्रतिशत है. किसानों को 175.63 करोड़ का भुगतान भी किया गया है. प्रदेश सरकार द्वारा जारी रैंकिंग में उपार्जन कार्य के लिए जिला प्रदेश में अग्रणी बना है.
नवीन पात्रता पर्ची एवं राशन वितरण में जिला प्रदेश में सिरमौर बना है, जिले में नवीन पात्रता पर्ची पर राशन वितरण में 13529 के लक्ष्य के विरूद्ध 13275 परिवारों जो कि कुल लक्ष्य के 98.12 प्रतिशत है. परिवारों को राशन वितरण कर दिसंबर माह की रैंकिंग में पूरे प्रदेश में जिला प्रथम स्थान पर रहा है.
उल्लेखनीय है कि जिला नवंबर माह की रैंकिंग में प्रदेश में दूसरे स्थान पर रहा था, स्व सहायता समूह की महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए वित्तीय वर्ष 2020 -21 में प्रशासन द्वारा बैंकों के माध्यम से जिले के 1305 स्व सहायता समूहों को 18 करोड़ 25 लाख रुपए का बैंक ऋण उपलब्ध कराया गया है. उपलब्ध ऋण के माध्यम से समूह की महिलाएं ना केवल कोरोना महामारी से उपजे वित्तीय संकट से उभर पाएंगी बल्कि उन्हें अपनी आजीविका सुदृढ़ करने में मदद मिलेगी. इस कारण स्व सहायता समूहों को बैंक लिंकेज में भी जिला प्रदेश रैंकिंग में प्रथम रहा है.
माइक्रो मॉनिटरिंग से जिला बना प्रथम
जिले में 17 नवंबर से शुरू समर्थन मूल्य पर धान उपार्जन कार्य का किया जा रहा है. कलेक्टर धनंजय सिंह द्वारा लगातार खरीदी केन्द्रों का मौका निरीक्षण तथा लगातार माइक्रो मॉनिटरिंग की गई. उन्होंने सभी एसडीएम को अपने अपने क्षेत्रों में उपार्जन केंद्रों का नियमित भ्रमण करने एवं उपार्जन कार्य की नियमित समीक्षा करने के निर्देश दिए थे. खरीदी केंद्रों में नियुक्त नोडल अधिकारियों द्वारा उपार्जन, परिवहन व भंडारण कार्य की लगातार निगरानी की गई, जिससे धान उपार्जन एवं परिवहन का काम प्रदेश के अन्य जिलों की अपेक्षा सर्वश्रेष्ठ रहा है.
कंट्रोल रूम का प्रभावी क्रियान्वय
धान खरीदी के संबंध में किसानों की समस्याओं का निराकरण हेतु स्थापित कंट्रोल रूम का प्रभावी क्रियान्वयन किया. खरीदी केंद्रों पर बारदाना सहित अन्य लॉजिस्टिक्स की पर्याप्त उपलब्धता की. समीक्षा हेतु कंट्रोल रूम में नियुक्त नियुक्त नोडल अधिकारी द्वारा प्रतिदिन सभी 45 केंद्रों पर उपार्जन केंद्र प्रभारी से चर्चा की गई.