होशंगाबाद। केसला ब्लाक के सुखतवा में मुआवजा लेने के बावजूद कब्जा नहीं छोड़ने वाले दुकानदारों को पुलिस टीम के साथ जाकर जिला प्रशासन ने सख्ती से हटाया और उनके निर्माण तोड़ दिये. तोड़े गये निर्माण में एक दो मंजिला इमारत भी थी, जिसमें एक साहू परिवार हार्डवेयर की दुकान संचालित कर रहा था. बताया जाता है कि, 2013 में मुआवजा लेने के बावजूद कब्जा नहीं छोड़ रहे थे. जिला प्रशासन की टीम ने ऐसे तमाम अवैध कब्जों को मुक्त करवाया, साथ ही जेसीबी से निर्माण को जमींदोज कर दिया है. प्रशासन ने मकान और दुकान मिलाकर करीब 14 अवैध कब्जे हटाए, जिसमें 13 सुखतवा और एक केसला में था.
एसडीएम सतीश राय का कहना है कि, जिन लोगों को हटाया गया है, उनमें से ज्यादातर लोगों को कई वर्ष पूर्व मुआवजा मिल चुका है. करीब एक पखवाड़ा पूर्व भी इनको जगह खाली करने को कहा था. ये लोग मुआवजा लेने के बावजूद जगह छोड़ नहीं रहे थे, जिसकी वजह से फोर लेन का काम प्रभावित हो रहा था. अत: आज सख्ती बरतनी पड़ी और प्रशासन ने खुद इनकी दुकानों से सामान खाली कराया है.
जिस वक्त प्रशासन का अमला कब्जा हटाने पहुंचा था, तो साहू परिवार के लोगों ने अधिकारियों से बहस कर कब्जा हटाने में बाधा पहुंचाने का प्रयास किया. हालांकि अधिकारियों ने एक न सुनी. जब वे ज्यादा विवाद करने लगे, तो एसडीएम सतीश राय के आदेश से विवाद करने वाले अशोक साहू, उसके भाई और भतीजे को पुलिस थाने पहुंचा दिया. लोगों का कहना है कि, उनको मुआवजा कम मिला है और मामला कोर्ट में है अत: अभी प्रशासन को उनका कब्जा जबरदस्ती नहीं हटाना चाहिए.