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होंशंगाबाद में सैंपल लेने से किया इनकार, हरदा में टेस्ट कराने के बाद रिपोर्ट आई पॉजिटिव - कोरोना टेस्ट हरदा

होशंगाबाद में स्वास्थ्य विभाग का कोरोना वायरस टेस्ट लेने में लापरवाही का मामला सामने आया है. जिला अस्पताल में ही पदस्थ महिला के पति का सैंपल होशंगाबाद जिला अस्पताल में नहीं लिया, मजबूरी में पति को हरदा जिला अस्पताल में जाकर सैंपल देना पड़ा, जहां उसकी कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई है.

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कोविड केयर सेंटर
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Published : Jul 24, 2020, 7:11 PM IST

Updated : Jul 24, 2020, 9:04 PM IST

होशंगाबाद। प्रशासनिक अधिकारी और स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही के चलते एक कोरोना संदिग्ध को टेस्ट कराने के लिए परेशानी का सामना करना पड़ा. दरअसल, होशंगाबाद के रसूलिया में रहने वाले एक व्यक्ति की कोरोना संक्रमित होने की पुष्टि हरदा जिले में की गई. क्योंकि होशंगाबाद जिला अस्पताल में मरीज का सैंपल नहीं लिया गया, जबकि महिला खुद स्वास्थ्य विभाग में कोविड-19 के प्रोटोकॉल के तहत कोरोनावायरस संक्रमितों की कांटेक्ट हिस्ट्री खंगालने का काम करती है.

स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी की रिपोर्ट नहीं लेना जिले की स्वास्थ्य सुविधाओं की पोल खोल रहा है. परेशान होकर विभाग की महिला कर्मचारी के पति को दूसरे जिले में जाकर टेस्ट करवाना पड़ा, जिसकी रिपोर्ट शुक्रवार को पॉजिटिव आने पर प्रशासनिक अधिकारी और स्वास्थ्य विभाग में खलबली मच गई. संक्रमित व्यक्ति दो दिन पहले बुधवार को होशंगाबाद जिला अस्पताल में डॉक्टर सहित कई नर्सिंग स्टाफ के संपर्क में आया था.

संदिग्ध लक्षण के आधार पर कोविड-19 का टेस्ट होना था, लेकिन पीड़ित का सोनोग्राफी, सीटी स्कैन, एक्स-रे सहित टेस्ट कराए गए, जहां पीड़ित निमोनिया पीड़ित पाया गया. लेकिन जिला अस्पताल सभी लक्षण मिलने के बाद भी कोरोना टेस्ट करने से बचते रहा. आखिर में संक्रमित को हरदा में जिला अस्पताल में जाकर सैंपल देना पड़ा. जहां से शुक्रवार सुबह पीड़ित की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है, जिसके बाद प्रशासन और स्वास्थ्य कोरोना संक्रमित को कोविड सेंटर में भर्ती कराया है. साथ ही संक्रमित व्यक्ति की पत्नी और बेटी का सैंपल फीवर क्लीनिक में लिया गया है. आशंका जताई जा रही है कि पत्नी और बेटी भी कोरोनावायरस से संक्रमित हो सकती हैं.

जिला प्रशासन द्वारा सैंपल लेने में कोताही शुरू से ही बरती जा रही है. जिसका खामियाजा शुक्रवार को देखने को मिला. अभी तक कोरोना की शुरुआत से मात्र 1245 सैंपल ही लिए गए हैं. जिसका खामियाजा आम जनता को भुगतना पड़ रहा है. सचिव फैज अहमद किदवई और प्रमुख सचिव नीरज मंडलोई ने कम सैंपलिंग पर नाराजगी जताते हुए जिला प्रशासन से अधिक से अधिक सेैंपलिंग करने के निर्देश जारी किए थे और अगले दिन शुक्रवार को ही स्वास्थ्य विभाग की टेस्टिंग में लापरवाही का मामला सामने आया.

होशंगाबाद। प्रशासनिक अधिकारी और स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही के चलते एक कोरोना संदिग्ध को टेस्ट कराने के लिए परेशानी का सामना करना पड़ा. दरअसल, होशंगाबाद के रसूलिया में रहने वाले एक व्यक्ति की कोरोना संक्रमित होने की पुष्टि हरदा जिले में की गई. क्योंकि होशंगाबाद जिला अस्पताल में मरीज का सैंपल नहीं लिया गया, जबकि महिला खुद स्वास्थ्य विभाग में कोविड-19 के प्रोटोकॉल के तहत कोरोनावायरस संक्रमितों की कांटेक्ट हिस्ट्री खंगालने का काम करती है.

स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी की रिपोर्ट नहीं लेना जिले की स्वास्थ्य सुविधाओं की पोल खोल रहा है. परेशान होकर विभाग की महिला कर्मचारी के पति को दूसरे जिले में जाकर टेस्ट करवाना पड़ा, जिसकी रिपोर्ट शुक्रवार को पॉजिटिव आने पर प्रशासनिक अधिकारी और स्वास्थ्य विभाग में खलबली मच गई. संक्रमित व्यक्ति दो दिन पहले बुधवार को होशंगाबाद जिला अस्पताल में डॉक्टर सहित कई नर्सिंग स्टाफ के संपर्क में आया था.

संदिग्ध लक्षण के आधार पर कोविड-19 का टेस्ट होना था, लेकिन पीड़ित का सोनोग्राफी, सीटी स्कैन, एक्स-रे सहित टेस्ट कराए गए, जहां पीड़ित निमोनिया पीड़ित पाया गया. लेकिन जिला अस्पताल सभी लक्षण मिलने के बाद भी कोरोना टेस्ट करने से बचते रहा. आखिर में संक्रमित को हरदा में जिला अस्पताल में जाकर सैंपल देना पड़ा. जहां से शुक्रवार सुबह पीड़ित की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है, जिसके बाद प्रशासन और स्वास्थ्य कोरोना संक्रमित को कोविड सेंटर में भर्ती कराया है. साथ ही संक्रमित व्यक्ति की पत्नी और बेटी का सैंपल फीवर क्लीनिक में लिया गया है. आशंका जताई जा रही है कि पत्नी और बेटी भी कोरोनावायरस से संक्रमित हो सकती हैं.

जिला प्रशासन द्वारा सैंपल लेने में कोताही शुरू से ही बरती जा रही है. जिसका खामियाजा शुक्रवार को देखने को मिला. अभी तक कोरोना की शुरुआत से मात्र 1245 सैंपल ही लिए गए हैं. जिसका खामियाजा आम जनता को भुगतना पड़ रहा है. सचिव फैज अहमद किदवई और प्रमुख सचिव नीरज मंडलोई ने कम सैंपलिंग पर नाराजगी जताते हुए जिला प्रशासन से अधिक से अधिक सेैंपलिंग करने के निर्देश जारी किए थे और अगले दिन शुक्रवार को ही स्वास्थ्य विभाग की टेस्टिंग में लापरवाही का मामला सामने आया.

Last Updated : Jul 24, 2020, 9:04 PM IST
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