होशंगाबाद। देश में महिलाओं और बच्चों के साथ बढ़ रहे अपराधों को देखते हुए जिले के एक निजी स्कूल में गुड टच और बैड टच को लेकर एक कार्यशाला का आयोजन किया गया. जिसमें बच्चों को छूने के दौरान सही या गलत की जानकारी दी गई. जिसमें सामाजिक संस्थाएं और NSUI के कार्यकर्ता भी शामिल रहे. इस दौरान सभी ने गुड टच और बैड टच को पाठ्यक्रम में भी शामिल करने की मांग उठाई.
इस दौरान सामाजिक कार्यकर्ता स्वाति गौर ने कहा कि बच्चे स्कूलों में ही सबसे अधिक सीखते हैं. इसलिए इन्हें महिला उत्पीड़न और गुड टच और बैड टच के बारे में पूरी जानकारी देना चाहिए. इसके लिए इसे पाठ्यक्रम में शामिल किया जाना चाहिए. वही NSUI कार्यकर्ता संदीप ने कहा कि, हम स्कूल में जो सीखते हैं वो हमेशा यहां रहता है. इसी लिए गुड टच और बैड टच सहित महिला उत्पीड़न पर शिक्षा देना चाहिए. जिससे कि यह समाज में होने वाले बुराइयों को दूर कर सकें.