होशंगाबाद। इटारसी के जयस्तंभ चौक पर 31 जनवरी को सीएम कमलनाथ का पुतला पुलिस की गाड़ी से निकालकर जलाने और शासकीय कार्य में बाधा डालने के तहत मामला दर्ज होने के बाद से भाजपा के नगरपालिका परिषद के पूर्व सभापति राकेश जाधव, पूर्व पार्षद अभिषेक कनौजिया, भाजयुमो के बेअंत बंजारा और भाजपा के नगर मंत्री अभिषेक तिवारी पुलिस की गिरफ्त से फरार चल रहे हैं. जिनकी पुलिस तलाश कर रही है.
कोर्ट में चार भाजपाइयों की अग्रिम जमानत की अर्जी निरस्त हो गई है. इन पर धरना प्रदर्शन के दौरान सीएम कमलनाथ को अपशब्द कहने, कांग्रेसियों को जान से मारने की धमकी देने और पुलिस के शासकीय कार्य में बाधा डालने का अपराध सिटी थाने में दर्ज है. ये चारों कार्यकर्ता भाजपा विधायक डॉ. सीतासरन शर्मा के समर्थक हैं. पुलिस के प्रतिवेदन पर इनको शासकीय कार्य में बाधा डालने के आरोप में जमानत नहीं मिली.
यह है पूरा मामला
31 जनवरी को प्रधानमंत्री आवास योजना से अपात्र 621 लोगों के नाम सूची में जुड़वाने की मांग को लेकर भाजपा विधायक डॉ सीताशरण शर्मा की अगुवाई में पार्टी कार्यकर्ता जयस्तंभ पर धरना दे रहे थे. उसी समय कांग्रेसी केंद्रीय राज्य मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर का पुतला जलाने आ गए.
कांग्रेसियों से पुलिस ने जलता पुतला छीन लिया. जिसके बाद अधजला पुतला भाजपाइयों ने पुलिस की गाड़ी से निकाला और मु्ख्यमंत्री कमलनाथ का पुतला बताकर आग लगा दी और भाजपा के धरनास्थल के पास बैठकर कांग्रेसी प्रदर्शन करने लगे थे. कांग्रेस के नेता पुलिस को ज्ञापन देने थाने पहुंचे तो विधायक कार्यकर्ताओं के साथ एसडीओपी कार्यालय के सामने धरने पर बैठ गए. इसके बाद पुलिस ने विधायक डॉ सीतासरन शर्मा की शिकायत पर जिला कांग्रेस उपाध्यक्ष राजेंद्र सिंह तोमर और अन्य अज्ञात कांग्रेसियों के खिलाफ केस दर्ज किया.
वहीं NSUI के अध्यक्ष मयंक चौरे की शिकायत पर आरोपी पूर्व सभापति राकेश जाधव, पूर्व पार्षद अभिषेक कनौजिया, भाजयुमों के बेअंत बंजारा, भाजपा के नगर महामंत्री अभिषेक तिवारी के तहत मामला दर्ज किया था.