होशंगाबाद। निर्माण कार्य में वित्तीय अनियमितता और सरकारी राशि का दुरूपयोग करने के दो मामलों में जिला पंचायत सीईओ मनोज सरियाम ने 15 लाख 32 हजार 334 रूपए की वसूली के आदेश दिए हैं.
15 लाख से ज्यादा की होगी वसूली
ग्राम पंचायत बोरतलाई में संयुक्त जांच में कुल 23 निर्माण कार्यो में आर्थिक अनियमितता पाई गई. जिनमें कुल 10 लाख 29 हजार 849 रूपए वसूली योग्य पायी गई. इसी तरह से ग्राम पंचायत सोनासांवरी में कुल पांच लाख दो हजार 485 रूपए वसूली योग्य पाई गई. मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत ने ग्राम पंचायत सोनासांवरी के तत्कालीन सरपंच और सचिव से वसूली के आदेश दिए हैं. इसी तरह ग्राम पंचायत बोरतलाई में तत्कालीन सरपंच, सचिव से कुल 10 लाख 29 हजार 849 रूपए की राशि जमा कराने के निर्देश जारी किए हैं.
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निर्माण में मिली थी अनियमितताएं
ग्राम पंचायत बोरतलाई के पूर्व सरपंच से 3368 रूपए, तत्कालीन सचिव मनीष राजपूत से 2,30,310 रूपए, सचिव दुर्गा प्रसाद वानिया से 2,84,615 रूपए, सरपंच सविता बाई से 4,23,301 रूपए और पूर्व सरपंच दुर्गा बाई से 88,255 रूपए, ग्राम पंचायत सोनासांवरी के पूर्व सरपंच विनोद पटेल से 3,24,142 रूपए और पूर्व सचिव शोभाराम चौरे से 1,78,343 रूपए की राशि वसूली के आदेश जारी किए गए हैं.