होशंगाबाद। तत्कालीन कमलनाथ सरकार के समय नर्मदा नदी में रेत का ठेका हुआ था, तो पहली शर्त रखी थी कि रेत उत्खनन में मशीनों का उपयोग नहीं होगा. शिवराज सरकार में शर्तों का उल्लखन हो रहा है. रेत के अवैध उत्खनन जो हो रहा है, उसमें मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की संलिप्तता है और वो रेत माफियाओं के डॉन है. यह बात होशंगाबाद जिले के सिवनी मालवा पहुंचे राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह ने अपने एक दिवसीय दौरे में कही.
रेत माफियाओं के ऊपर 'मुख्यमंत्री' का हाथ
होशंगाबाद जिले में हो रहे रेत के अवैध उत्खनन को लेकर राज्य सभा सांसद ने प्रदेश सरकार के मुखिया को ही कटघरे में खड़ा कर दिया है. अपने वक्तव्य में दिग्गी राजा ने साफ जाहिर कर दिया कि प्रदेश के रेत माफियाओं को मुख्यमंत्री का संरक्षण मिल रहा है. नर्मदा नदी में खुल कर रेत का अवैध उत्खनन चल रहा है.
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ऋषियों का अपमान है नाम बदलना
इतना ही नही ग्वालियर का नाम बदले जाने की बात पर दो टूक शब्दों में कहा कि, ग्वालियर का नाम बदलना गलत है और यह ऋषियों का अपमान है. अपने बयानों के लिए पहचाने जाने वाले पूर्व मुख्यमंत्री जिले में दिवंगत कांग्रेस नेता को श्रद्धाजंली देने उनके घर पहुंचे थे. शिवराज सरकार के लोग ही पहले शिकायत करते हैं और फिर मुद्दे बनाते हैं. दिग्विजय सिंह अपनी पत्नी अमृता सिंह के साथ बानापुरा में पूर्व विधायक ओम रघुवंशी के निवास पर रोके और कांग्रेस कार्यकताओं से मिले. इसके बाद वो हरदा के लिए रवाना हो गए.