होशंगाबाद। पौष पूर्णिमा पर सुबह से नर्मदा तट पर श्रद्धालुओं की भीड़ लगी रही. बड़ी संख्या में श्रद्धालु नर्मदा नदी में स्नान करने पहुंचे. विशेष रूप से पूर्णिमा और अमावस्या पर पवित्र नदियों में नहाने का सनातन धर्म में महत्व बताया गया है. इस दौरान दान-पुण्य का महत्व भी बताया गया है.
आचार्य गोपलप्रकाश खड्डर ने बताया कि पौष महीने की पूर्णिमा पर हर रविवार को महिलाएं व्रत करती हैं. इसी व्रत के तहत पौष पूर्णिमा पर इसका समापन किया जाता है और पवित्र नदियों में स्नान करने से विशेष फल प्राप्त होता है. हालांकि शीतलहर के चलते लगातार तापमान में गिरावट आई है, जिसके चलते पिछली कुछ पूर्णिमा की अपेक्षा इस बार स्नान करने वाले श्रद्धालुओं की संख्या घाटों पर कम देखने को मिली है.