होशंगाबाद। नर्मदा पर बने ब्रिज की मरम्मत में लगभग 1.54 करोड़ रुपये खर्च करने के बावजूद तीन महीने में ही ब्रिज के हालत जस के तस हो गये हैं. ब्रिज की मरम्मत के चलते 5 माह तक इस रूट से बड़े वाहनों को डायवर्ट किया गया था.
इस ब्रिज के निर्माण के लिए यातायात को करीब 5 माह के लिए डायवर्ट किया गया था. जिसके चलते भारी वाहन जोकि नागपुर और भोपाल से करीब 100 किलोमीटर दूरी तक लंबा फेरा लगाकर अपने गंतव्य तक पहुंचे थे, जिसके चलते करीब 10 करोड़ रुपये परिवहन पर आम लोगों का अतिरिक्त खर्च आया था.
वहीं, पुलिस विभाग भी इसके लिए विशेष व्यवस्था की थी, लेकिन ये ब्रिज कुछ माह में ही पुरानी स्थिति में पहुंच गया है. ब्रिज पर करीब 50 से अधिक गड्ढे हो गए हैं. बृज की रेलिंग भी बुरी तरह से जर्जर हो गई है. ऐसे में टूटी रेलिंग से कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है.