होशंगाबाद। होशंगाबाद प्रशासन लगातार जमीनी रूप से योजनाओं के क्रियान्वयन के लिए जांच करती है तो कभी भी खामियां नहीं पाई जा सकती हैं, लेकिन अधिकारियों द्वारा केवल कागज पर ही काम किया जाता है.और घटना के बाद ही प्रशासन की नीद खुलती है.
वैसी ही मामला शुक्रवार को सामने आया.जहां मिड डे मील का खाना खाने से 16 बच्चे बीमार हो गऐ. कलेक्टर ने मीड डे मील के खाना खा कर खाने की क़्वालिटी को चखा. इस दौरान खाना सही पाया गया. कलेक्टर सुहागपुर तहसील के दौरे पर निकले थे.जहां सेमरी गांव में बच्चों को परोसे जा रहे मिड डे मील की जांच कर खाना चख कर देखा गया.
16 बच्चे मिड डे मील का खाना खाने से हुऐ बीमार, कलेक्टर ने चखा मीड डे मील - कलेक्टर ने चखा मीड डे मील का खाना
होशंगाबाद के सुहागपुर तहसील में मिड डे मील का खाना खाने से 16 बच्चे बीमार हो गऐ, जिसके बाद कलेक्टर सुहागपुर तहसील के दौरे पर निकले और मीड डे मील के खाना खा कर खाने की क़्वालिटी को चखा, लेकिन खाना सही पाया गया.
होशंगाबाद। होशंगाबाद प्रशासन लगातार जमीनी रूप से योजनाओं के क्रियान्वयन के लिए जांच करती है तो कभी भी खामियां नहीं पाई जा सकती हैं, लेकिन अधिकारियों द्वारा केवल कागज पर ही काम किया जाता है.और घटना के बाद ही प्रशासन की नीद खुलती है.
वैसी ही मामला शुक्रवार को सामने आया.जहां मिड डे मील का खाना खाने से 16 बच्चे बीमार हो गऐ. कलेक्टर ने मीड डे मील के खाना खा कर खाने की क़्वालिटी को चखा. इस दौरान खाना सही पाया गया. कलेक्टर सुहागपुर तहसील के दौरे पर निकले थे.जहां सेमरी गांव में बच्चों को परोसे जा रहे मिड डे मील की जांच कर खाना चख कर देखा गया.