होशंगाबाद। होशंगाबाद जिले के 13 शासकीय कॉलेजों में आधे से अधिक प्रोफ़ेसर के पद खाली पड़े हुए हैं. कई कॉलेज तो अतिथि विद्वानों के भरोसे चलाए जा रहे हैं.दूसरी और कॉलेजों में प्रोफ़ेसर की संख्या लगातार घटती जा रही है.
जिले के 13 सरकारी कॉलेज में करीब 10 हजार से ज्यादा स्टूडेंट हैं लेकिन यहां प्रोफेसरों के टोटे हैं. इन कॉलेजों में आधे से अधिक प्रोफेसर के पद खाली पड़े हुए हैं महाविद्यालय में 264 सहायक अध्यापकों के पद हैं, जिनमें146 पद कई सालों से खाली हैं और इनकी जगह अतिथि विद्वानों से काम चलाया जा रहा है. जिले के महाविद्यालयों की हालत इसी बात से समझी जा सकती है की जिले के करीब आधा दर्जन महाविद्यालय सिर्फ अतिथि विद्वानों के भरोसे ही चल रहे हैं.
13 कॉलेजों में से केवल एक कॉलेज में ही प्राचार्य हैं वहीं 12 कॉलेज में सहायक प्राचार्य के रूप में प्रोफेसर कॉलेज का संचालन कर रहे हैं. इस दौरान अतिथि विद्वानों से कॉलेजों को चलाया जा रहा है, इन सब में सबसे ज्यादा बुरे हाल बनखेड़ी, डोलरिया ,सिवनी-मालवा और सूखतावा क्षेत्र का है, जहां कॉलेजों में एक-एक प्रोफेसर ही हैं.