हरदा। जिले में इन दिनों कई वार्डों में नागरिकों को खास कर महिलाओं को पानी की किल्लत से जूझना पड़ रहा है. नगर पालिका द्वारा पूर्व में दोनों समय पानी का सप्लाई की जाती रही है. लेकिन अब केवल एक टाइम ही पानी दिया जा रहा है. जिसमें भी कई घरों में मटमैला पानी आ रहा है. उधर नगर पालिका द्वारा लोगों द्वारा नल में सीधे मोटर लगाकर पानी लेने से भी पानी की किल्लत होने की बात की जा रही है.
शहर में जल की आपूर्ति के लिए हंडिया जल संयंत्र पर बने पुराने प्लांट से करीब 9, नए प्लांट से 6, बिरजाखेड़ी से 1 एमएलडी और दूसरे जल स्रोतों से करीब 2 एमएलडी कुल 18 एमएलडी पानी मिल रहा है. इसके बावजूद शहर में पानी की किल्लत होना जांच का विषय है. तकनीकी जानकारों की माने तो एक नागरिक को करीब 130 लीटर पानी मिलना चाहिए, लेकिन नगर पालिका महज 80 लीटर ही पानी उपलब्ध करा रहा है. शहर में प्रतिदिन 1 घंटे पानी देने का दावा करने वाली नगर पालिका केवल 40 मिनट ही पानी दे पा रही है. जिससे महिलाओं को पानी के लिए खासा परेशान होना पड़ रहा है.
महिलाओं की शिकायत है कि पिछले 15 दिनों से पानी कम आ रहा है. जिससे उन्हें अब हैंडपंप का सहारा लेना पड़ रहा है. महिलाओं का कहना है कि शुरू में गंदा पानी आता है, जो पीने योग्य नहीं होता है. वहीं गंदे पानी को वो दूसरे कामों में इस्तेमाल करने के लिए बचा कर रखते हैं. महिलाओं का कहना है कि नगर पालिका में शिकायत करने के लिए फोन तो लगाया जाता है लेकिन कोई उठाता नहीं है.
पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष हेमंत टाले का कहना है कि गर्मी के दिनों में जिले में सैकड़ों निर्माण कार्य चलते रहे हैं, जिनको पानी की सप्लाई नगर पालिका के टैंकरों से की जाती रही है. हंडिया जल संयंत्र पर बिजली की समस्या आने पर जल की सुचारू आपूर्ति के लिए 58 लाख रुपये की लागत से खरीदा गया जनरेटर है. जिसमें लगने वाले डीजल का बिल भी लगाया जाता है, लेकिन फिर भी कई बार जरूरत के समय पर पानी की सप्लाई नहीं होती है.