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नर्मदा नदी के घाटों पर मटमैले पानी में लगानी पड़ी आस्था की डुबकी, भूतड़ी अमावस्या पर जुटे श्रद्धालु

नर्मदा नदी पर हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं के पहुंचने के दौरान नर्मदा नदी का जलस्तर कम हो गया. श्रद्घालुओं का कहना था कि यहां प्रशासन की और से डेम का पानी नहीं छोड़ा गया. जिसके चलते श्रद्धालुओं कीचड़ भरे पानी के बीच स्नान करने को विवश होना पड़ा.

भूतड़ी अमावस्या पर जुटे श्रद्धालु
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Published : Apr 5, 2019, 4:40 PM IST

हरदा। जिले में भूतड़ी अमावस्या के अवसर पर नर्मदा नदी के तटों पर आने वाले भक्तों को काई से भरे मटमैले पानी के बीच आस्था की डुबकी लगानी पड़ी. नर्मदा नदी पर हरदा के अलावा दूसरे जिले के लोगों ने भी बड़ी संख्या में कई किलोमीटर दूर पैदल पहुंचकर स्नान का लाभ उठाया. यहां नवरात्रि पर्व शुरू होने के पहले लोगों द्वारा विशेष पूजा-अर्चना की गई.

जिला प्रशासन ने भक्तों की संख्या और पैदल यात्रियों की बड़ी संख्या को ध्यान में रखते हुए भारी वाहनों के आवागमन को रोक दिया था. जिला प्रशासन की टीम ने सुरक्षा के पर्याप्त इंतजाम किए गए थे, लेकिन हंडिया के नर्मदा मंदिर घाट पर किसी तरह की व्यवस्था नहीं होने से भक्तों में नाराजगी दिखाई दी.

भूतड़ी अमावस्या पर जुटे श्रद्धालु

हरदा जिले के हंडिया, गोदागांव,चिचोटकुटी, जलोदा ,छीपानेर एवं गोयत के नर्मदा घाटों पर सुबह से ही बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के पहुंचने का सिलसिला शुरू हो गया था.लोगो ने ब्रम्हमुहूर्त के साथ ही नर्मदा नदी में डुबकी लगाकर पर्व स्नान किया.नर्मदा नदी पर हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं के पहुंचने के दौरान नर्मदा नदी का जलस्तर कम हो गया. श्रद्घालुओं का कहना था कि यहां प्रशासन की और से डेम का पानी नहीं छोड़ा गया. जिसके चलते श्रद्धालुओं कीचड़ भरे पानी के बीच स्नान करने को विवश होना पड़ा.

इतना ही नहीं घाटों पर ना तो महिलाओं के कपड़े बदलने को चेंजिंग रूम बनाये गए थे और ना ही पीने के पानी के लिए टैंकर की व्यवस्था की गई थी. इसको लेकर तहसीलदार अर्चना शर्मा ने पंचायत सचिव को जमकर फटकार लगाई.

हरदा। जिले में भूतड़ी अमावस्या के अवसर पर नर्मदा नदी के तटों पर आने वाले भक्तों को काई से भरे मटमैले पानी के बीच आस्था की डुबकी लगानी पड़ी. नर्मदा नदी पर हरदा के अलावा दूसरे जिले के लोगों ने भी बड़ी संख्या में कई किलोमीटर दूर पैदल पहुंचकर स्नान का लाभ उठाया. यहां नवरात्रि पर्व शुरू होने के पहले लोगों द्वारा विशेष पूजा-अर्चना की गई.

जिला प्रशासन ने भक्तों की संख्या और पैदल यात्रियों की बड़ी संख्या को ध्यान में रखते हुए भारी वाहनों के आवागमन को रोक दिया था. जिला प्रशासन की टीम ने सुरक्षा के पर्याप्त इंतजाम किए गए थे, लेकिन हंडिया के नर्मदा मंदिर घाट पर किसी तरह की व्यवस्था नहीं होने से भक्तों में नाराजगी दिखाई दी.

भूतड़ी अमावस्या पर जुटे श्रद्धालु

हरदा जिले के हंडिया, गोदागांव,चिचोटकुटी, जलोदा ,छीपानेर एवं गोयत के नर्मदा घाटों पर सुबह से ही बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के पहुंचने का सिलसिला शुरू हो गया था.लोगो ने ब्रम्हमुहूर्त के साथ ही नर्मदा नदी में डुबकी लगाकर पर्व स्नान किया.नर्मदा नदी पर हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं के पहुंचने के दौरान नर्मदा नदी का जलस्तर कम हो गया. श्रद्घालुओं का कहना था कि यहां प्रशासन की और से डेम का पानी नहीं छोड़ा गया. जिसके चलते श्रद्धालुओं कीचड़ भरे पानी के बीच स्नान करने को विवश होना पड़ा.

इतना ही नहीं घाटों पर ना तो महिलाओं के कपड़े बदलने को चेंजिंग रूम बनाये गए थे और ना ही पीने के पानी के लिए टैंकर की व्यवस्था की गई थी. इसको लेकर तहसीलदार अर्चना शर्मा ने पंचायत सचिव को जमकर फटकार लगाई.

Intro:हरदा जिले में भूतड़ी अमावस्या के अवसर पर नर्मदा नदी के तटों पर आने वाले भक्तों को काइ से भरे मटमैले पानी के बीच आस्था की डुबकी लगानी पड़ी।जिले के हंडिया तट सहित अन्य घाटों पर पिछले दो दिनों से रतलाम, धार,उज्जैन,देवास,सिहोर आदि जिलों के श्रद्धालुओं ने आकर पुण्य स्नान का लाभ लिया।हरदा जिले के हंडिया एवं पड़ोसी देवास जिले के नेमावर के नर्मदा तट पर हजारो की संख्या में श्रद्धालुओं ने स्नान ध्यान कर पूजा पाठ किया।जिला प्रशासन ने भक्तों की संख्या और पैदल यात्रियों की बड़ी संख्या को ध्यान में रखते हुए हैवी वाहनों के आवागमन को रोक दिया गया था।जिला प्रशासन ने की टीम ने यहां पर सुरक्षा के पर्याप्त इंतजाम किए गए थे।लेकिन हंडिया के नर्मदा मंदिर घाट पर किसी तरह की व्यवस्था नही होने से भक्तो में नाराजगी दिखाई दी।


Body:हरदा जिले के हंडिया, गोदागांव,चिचोटकुटी, जलोदा ,छीपानेर एवं गोयत के नर्मदा घाटों पर सुबह से ही बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के पहुँचने का सिलसिला शुरू हो गया था।लोगो ने ब्रम्हमुहूर्त के साथ ही नर्मदा नदी में डुबकी लगाकर पर्व स्नान का लाभ उठाया।नर्मदा नदी पर हजारो की संख्या में श्रद्धालुओं के पहुचने के दौरान नर्मदा नदी का जलस्तर कम होने को लेकर श्रद्धालुओं को कहना था कि इस अमावस्या पर जब सालो से हजारो श्रद्धालुओं के आने की बात प्रशासन को मामूल होती है।बाबजूद इसके डेम का पानी नही छोड़ा गया।जिसके चलते हमें कीचड़ भरे पानी के बीच स्नान करने को विवश होना पड़ा।


Conclusion:नर्मदा नदी पर हरदा के अलावा अन्य जिलों के लोगो ने भी बड़ी संख्या में कई किलोमीटर की दूरी पैदल पहुच कर यहां आकर पर्व स्नान का लाभ उठाया।यहां नवरात्रि पर्व शुरू होने को लेकर लोगों के द्वारा विशेष पूजा अर्चना की गई।वही मंदिरों में पूजा अर्चना कर दान धर्म किया गया।जिला प्रशासन के द्वारा बीते सप्ताह भूतड़ी अमावस्या को लेकर अधिकारियों की बैठक ली गई थी।जिसमे अलग अलग लोगो को जिम्मेदारी सौंपी गई थी।लेकिन घाटों पर स्थानीय पंचायत के द्वारा कोई व्यवस्था नही की गई थी।यहां घाटों पर ना तो महिलाओं के कपड़े बदलने को चेंजिंग रूम बनाये गए थे ना ही पीने के पानी के लिए टैंकर की व्यवस्था की गई थी।इसको लेकर तहसीलदार अर्चना शर्मा ने पंचायत सचिव को जमकर फटकार लगाई थी।
बाइट 1- महेश ठाकरे,श्रद्धालु

बाइट 2 - दिनेश राजपूत ,श्रद्धालु

बाइट 3 -मोहन ,श्रद्धालु
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