हरदा। जिला प्रशासन ने दीपावली त्योहार के मौके पर शहर में बढ़ते यातायात के दबाव को कम करने के लिए एक मीटिंग ली. इस मीटिंग मे बाजार में लगने वाले दीपक, धानी सहित अन्य छोटी दुकानों को शहर के मिडिल स्कूल ग्राउंड और नेहरू स्टेडियम पर लगाए जाने का निर्णय शांति समिति ने लिया. प्रशासन के इस निर्णय को लेकर फुटकर विक्रेताओं ने विरोध जताते हुए बाजार क्षेत्र में दुकानें लगाने की मांग की और जमकर विरोध किया. जिसके बाद उन्हें दोबारा बुधवार से बाजार में दुकान लगाने की स्वीकृति दे गई.
दुकानदारों ने नगर पालिका और कलेक्ट्रेट पहुंचकर, हर साल दुकान लगने वाली जगह पर ही दुकानें लगाने की मांग की. दुकानदारों का कहना है कि जिस जगह पर प्रशासन ने दुकान लगवाई है, वहां खरीददार नहीं पहुंच रहे हैं, जबकि उनका व्यवसाय मात्र चार-पांच दिनों का ही रहता है.
हो रहा काफी नुकसान
दीपावली के अवसर पर धानी, दीपक, माता लक्ष्मी की मूर्तियां सहित कई वस्तुओं की दुकानें लगाने वाले व्यापारियों का कहना है कि प्रशासन ने जिस जगह पर उन्हें दुकान लगाने को कहा है, वहां ग्राहक नहीं आ रहे हैं. इस वजह से उनका व्यवसाय नहीं चल पा रहा है. अगर उस जगह दुकानें नहीं लगाई जाएंगी, तो उन्हें काफी नुकसान होगा. प्रशासन ने हरदा के मिडिल स्कूल ग्राउंड पर करीब 400 दुकानें लगाए जाने के लिए जगह आवंटित की थी, जहां पिछले दो दिनों से ये दुकानें लग रही थी.
बाजार में ही लगेगी दुकान
नगर पालिका अध्यक्ष सुरेंद्र जैन ने बताया कि इन फुटकर व्यापारियों ने स्थान परिवर्तन करने को लेकर अपनी मांग रखी थी, जिसके बाद कलेक्टर से इस संबंध में चर्चा की गई. अब व्यापारियों की मांग को मानते हुए, बुधवार से बाजार क्षेत्र में ही दुकान लगाए जाने की स्वीकृति दे दी गई हैं.
वाहनों पर लगाई गई रोक
बाजार में इन दुकानों के लगने के बाद वाहनों के प्रवेश पर रोक लगा दी गई है. नगर पालिका अध्यक्ष सुरेंद्र जैन ने बताया कि छोटे व्यापारियों के लिए अलग से जगह आबंटित की गई थी, लेकिन उनकी बिक्री नहीं हो रही थी, व्यापारियों को घाटा होता देख, अब प्रशासन ने एक बार फिर से बाजार क्षेत्र में दुकानें लगाने की अनुमति दे दी है.