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बीजेपी विधायक के बेटे की गिरफ्तारी पर अड़ा एससी-एसटी वर्ग, ये है पूरा मामला - हरदा

हरदा से बीजेपी विधायक कमल पटेल के बेटे द्वारा कांग्रेस नेता सुखराम बामने जातिसूचक शब्दों का प्रयोग कर जान से मारने की धमकी देने के मामले में एससी-एसटी वर्ग के संगठनों न धरना प्रदर्शन और रैली निकाली. संगठनों का दावा है कि अगर कमलनाथ सराकार ने बीजेपी विधायक के बेटे पर कार्रवाई नहीं की, तो 48 विधायक कांग्रेस छोड़ने को भी तैयार हैं.

प्रदर्शन करते एससी-एसटी वर्ग
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Published : Jun 3, 2019, 11:52 PM IST

Updated : Jun 4, 2019, 4:57 PM IST

हरदा। बीजेपी विधायक कमल पटेल के बेटे द्वारा कांग्रेस नेता सुखराम बामने को मोबाइल पर जातिसूचक शब्दों का प्रयोग कर जान से मारने की धमकी देने का मामला तूल पकड़ता दिखाई दे रहा है. मामले में सुदीप पटेल के खिलाफ कार्रवाई न होने से नाराज एससी एसटी वर्ग के विभिन्न संगठनों ने धरना देकर विरोध जताया. एससी-एसटी वर्ग के संगठनों ने सरकार को चुनौती दी है कि अगर 48 घंटे के भीतर सुदीप पटेल की गिरफ्तार नहीं हुई तो फिर बड़ा कदम उठाया जाएगा. संगठनों का दावा है कि कार्रवाई न होने पर एससी-एसटी वर्ग के 48 विधायक कांग्रेस छोड़ने को भी तैयार हैं.

बीजेपी विधायक के बेटे की गिरफ्तारी पर अड़ा एससी-एसटी वर्ग

पुलिस ने इस मामले में फरार बीजेपी विधायक कमल पटेल के बेटे सुदीप पटेल के खिलाफ 35 हजार रुपए का इनाम भी जारी किया है. लेकिन अब तक सुदीप की गिरफ्तारी नहीं हो पाई है. प्रदर्शन करते हुए एससी-एसटी संगठनों ने प्रशासन की कार्यप्रणाली पर सवालियां निशान खड़े करते हुए कहा कि अगर सुदीप पटेल की गिरफ्तारी नहीं हुई तो वे हरदा कलेक्टर कार्यलय के सामने आमरण अनशन पर बैठेंगे. पूरे मामले में संगठनों ने एसडीएम को ज्ञापन भी सौंपा हैं.

अनुसूचित जनजाति युवा संघ के प्रदेश अध्यक्ष रामसिंह रसोनिया ने दावा किया है कि मध्यप्रदेश की कमलनाथ सरकार में एसटी वर्ग के 31 एवं एससी वर्ग के 17 विधायक इस मामले में लगातार संपर्क में बनाएं हुए हैं. उनका दावा है कि यदि कमलनाथ सरकार इस मामले को गंभीरता से नहीं लेती हैं तो इस वर्ग से जुड़े सभी 48 विधायक कांग्रेस छोड़ने को भी तैयार है. हालांकि उन्होंने किसी भी विधायक का नाम बताने सें इंकार कर दिया.

वही इन संगठनों को समर्थन देने आए पूर्व सांसद संदीप दीक्षित ने कहा कि यदि इस तरह की गाली किसी एसपी के बेटे को दी गई होती तो पुलिस आरोपी को कब का गिरफ्तार कर लेती. लेकिन यहां पर सत्ताधारियों के द्वारा आम लोगों को दबाने का काम किया जा रहा है. पूर्व सांसद संदीप दीक्षित ने कहा कि बीजेपी विधायक कमल पटेल के बेटे के द्वारा मोबाइल पर दी गई गाली और धमकी यदि किसी एससी-एसटी वर्ग के व्यक्ति द्वारा किसी उच्च वर्ग के बेटे या बेटी को दिया जाता तो दिल्ली की सड़कों पर कोहराम मचा होता.

हरदा। बीजेपी विधायक कमल पटेल के बेटे द्वारा कांग्रेस नेता सुखराम बामने को मोबाइल पर जातिसूचक शब्दों का प्रयोग कर जान से मारने की धमकी देने का मामला तूल पकड़ता दिखाई दे रहा है. मामले में सुदीप पटेल के खिलाफ कार्रवाई न होने से नाराज एससी एसटी वर्ग के विभिन्न संगठनों ने धरना देकर विरोध जताया. एससी-एसटी वर्ग के संगठनों ने सरकार को चुनौती दी है कि अगर 48 घंटे के भीतर सुदीप पटेल की गिरफ्तार नहीं हुई तो फिर बड़ा कदम उठाया जाएगा. संगठनों का दावा है कि कार्रवाई न होने पर एससी-एसटी वर्ग के 48 विधायक कांग्रेस छोड़ने को भी तैयार हैं.

बीजेपी विधायक के बेटे की गिरफ्तारी पर अड़ा एससी-एसटी वर्ग

पुलिस ने इस मामले में फरार बीजेपी विधायक कमल पटेल के बेटे सुदीप पटेल के खिलाफ 35 हजार रुपए का इनाम भी जारी किया है. लेकिन अब तक सुदीप की गिरफ्तारी नहीं हो पाई है. प्रदर्शन करते हुए एससी-एसटी संगठनों ने प्रशासन की कार्यप्रणाली पर सवालियां निशान खड़े करते हुए कहा कि अगर सुदीप पटेल की गिरफ्तारी नहीं हुई तो वे हरदा कलेक्टर कार्यलय के सामने आमरण अनशन पर बैठेंगे. पूरे मामले में संगठनों ने एसडीएम को ज्ञापन भी सौंपा हैं.

अनुसूचित जनजाति युवा संघ के प्रदेश अध्यक्ष रामसिंह रसोनिया ने दावा किया है कि मध्यप्रदेश की कमलनाथ सरकार में एसटी वर्ग के 31 एवं एससी वर्ग के 17 विधायक इस मामले में लगातार संपर्क में बनाएं हुए हैं. उनका दावा है कि यदि कमलनाथ सरकार इस मामले को गंभीरता से नहीं लेती हैं तो इस वर्ग से जुड़े सभी 48 विधायक कांग्रेस छोड़ने को भी तैयार है. हालांकि उन्होंने किसी भी विधायक का नाम बताने सें इंकार कर दिया.

वही इन संगठनों को समर्थन देने आए पूर्व सांसद संदीप दीक्षित ने कहा कि यदि इस तरह की गाली किसी एसपी के बेटे को दी गई होती तो पुलिस आरोपी को कब का गिरफ्तार कर लेती. लेकिन यहां पर सत्ताधारियों के द्वारा आम लोगों को दबाने का काम किया जा रहा है. पूर्व सांसद संदीप दीक्षित ने कहा कि बीजेपी विधायक कमल पटेल के बेटे के द्वारा मोबाइल पर दी गई गाली और धमकी यदि किसी एससी-एसटी वर्ग के व्यक्ति द्वारा किसी उच्च वर्ग के बेटे या बेटी को दिया जाता तो दिल्ली की सड़कों पर कोहराम मचा होता.

Intro:हरदा के भाजपा विधायक कमल पटेल के छोटे बेटे एवं खिरकिया जनपद उपाध्यक्ष सुदीप पटेल के द्वारा कांग्रेस नेता सुखराम बामने को मोबाइल पर जातिसूचक शब्दों का प्रयोग कर जान से मारने की धमकी दी थी।साथ ही उनकी पत्नी और मुख्यमंत्री कमलनाथ के लिए भी अपशब्दों का प्रयोग किया गया था।जिसको लेकर सुखराम बामने ने अपने साथियों के साथ सिटी कोतवाली में जाकर सुदीप पटेल के खिलाफ मामला दर्ज कराया था।उसके बाद से ही वह फरार है।इस मामले में पहले एसपी ने 10 हजार फिर नर्मदापुरम सम्भाग के आईजी ने 25 हजार का इनाम घोषित किया था।लेकिन सुदीप पटेल की गिरफ्तारी नहीं हो पाई है।आज नगर के तेजाजी चौक पर एससी एसटी वर्ग के विभिन्न संगठनों ने आरोपी सुदीप पटेल की 48 घण्टों के भीतर गिरफ्तारी को लेकर धरना प्रदर्शन किया।साथ ही जिला प्रशासन को चेतावनी दी कि यदि आगामी 48 घन्टे के भीतर आरोपी की गिरफ्तारी नही होती है।जो पूरे प्रदेश से एससीएसटी संगठन के लोग हरदा कलेक्टर कार्यालय में आमरण अनशन शुरू करेंगे।संगठन के पदाधिकारियों ने आरोप लगाया है कि पुलिस को आरोपी के विषय मे जानकारी होने के बाद भी गिरफ्तारी नहीं हो पाई है।जिसको लेकर जिला प्रशासन और पुलिस की कार्यप्रणाली पर भी सवालियां निशान खड़े हो रहे हैं।
बाईट -प्रवीन मंगलिया
प्रदेश अध्यक्ष, बलाही समाज


Body:उधर धरना प्रदर्शन के बाद समाज के लोगों ने सभा स्थल से रैली निकाली जहां अंबडेकर चौक पर आरोपी सुदीप पटेल की 48 घन्टे के भीतर गिरफ्तारी को लेकर एसडीएम हरिसिंह चौधरी को ज्ञापन सौंपा गया। अनुसूचित जनजाति युवा संघ के प्रदेश अध्यक्ष रामसिंह रसोनिया ने दावा किया है कि मध्यप्रदेश की कमलनाथ सरकार में एसटी वर्ग के 31 एवं एससी वर्ग के 17 विधायक इस मामले को लेकर एससीएसटी संघठन से लगातार संपर्क में बने हुए है।उनका दावा है कि यदि कमलनाथ सरकार इस मामले को गम्भीरतापूर्वक नही लेती है तो इस वर्ग से जुड़े सभी 48 विधायक कांग्रेस छोड़ने को भी तैयार है।हालांकि उनके द्वारा किसी भी विधायक का नाम स्पष्ट नहीं किया है।लेकिन चार पांच विधायकों से चर्चा होने की बात कही है।
बाईट- रामसिंह रसोनिया
प्रदेश अध्यक्ष
अनुसूचित जनजाति युवा संघ


Conclusion:उधर हल्ला बोल एवं जंगी प्रदर्शन को संबोधित करते हुए दिल्ली से 10 सालों तक सांसद रहे संदीप दीक्षित ने कहा कि यदि इस तरह की गाली यदि किसी एसपी के बेटे को दी गई होती तो पुलिस आरोपी को कब का गिरफ्तार कर लेती।यहां पर सत्ताधारियों के द्वारा आम लोगों को दबाने का काम किया जा रहा है।पूर्व सांसद संदीप दीक्षित ने कहा कि भाजपा विधायक कमल पटेल के द्वारा दी गई गाली ओर धमकी यदि किसी दलित वर्ग के व्यक्ति के द्वारा किसी उच्च कोटि वर्ग के बेटे या बेटी को दिया जाता तो दिल्ली की सड़कों पर कोहराम मचा होता।उन्होंने कहा कि मीडिया तंत्र भी पैसों को लेकर सत्ता पक्ष के लोगो के साथ दिखाई देता है।
Last Updated : Jun 4, 2019, 4:57 PM IST
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