हरदा। बीजेपी विधायक कमल पटेल के बेटे द्वारा कांग्रेस नेता सुखराम बामने को मोबाइल पर जातिसूचक शब्दों का प्रयोग कर जान से मारने की धमकी देने का मामला तूल पकड़ता दिखाई दे रहा है. मामले में सुदीप पटेल के खिलाफ कार्रवाई न होने से नाराज एससी एसटी वर्ग के विभिन्न संगठनों ने धरना देकर विरोध जताया. एससी-एसटी वर्ग के संगठनों ने सरकार को चुनौती दी है कि अगर 48 घंटे के भीतर सुदीप पटेल की गिरफ्तार नहीं हुई तो फिर बड़ा कदम उठाया जाएगा. संगठनों का दावा है कि कार्रवाई न होने पर एससी-एसटी वर्ग के 48 विधायक कांग्रेस छोड़ने को भी तैयार हैं.
पुलिस ने इस मामले में फरार बीजेपी विधायक कमल पटेल के बेटे सुदीप पटेल के खिलाफ 35 हजार रुपए का इनाम भी जारी किया है. लेकिन अब तक सुदीप की गिरफ्तारी नहीं हो पाई है. प्रदर्शन करते हुए एससी-एसटी संगठनों ने प्रशासन की कार्यप्रणाली पर सवालियां निशान खड़े करते हुए कहा कि अगर सुदीप पटेल की गिरफ्तारी नहीं हुई तो वे हरदा कलेक्टर कार्यलय के सामने आमरण अनशन पर बैठेंगे. पूरे मामले में संगठनों ने एसडीएम को ज्ञापन भी सौंपा हैं.
अनुसूचित जनजाति युवा संघ के प्रदेश अध्यक्ष रामसिंह रसोनिया ने दावा किया है कि मध्यप्रदेश की कमलनाथ सरकार में एसटी वर्ग के 31 एवं एससी वर्ग के 17 विधायक इस मामले में लगातार संपर्क में बनाएं हुए हैं. उनका दावा है कि यदि कमलनाथ सरकार इस मामले को गंभीरता से नहीं लेती हैं तो इस वर्ग से जुड़े सभी 48 विधायक कांग्रेस छोड़ने को भी तैयार है. हालांकि उन्होंने किसी भी विधायक का नाम बताने सें इंकार कर दिया.
वही इन संगठनों को समर्थन देने आए पूर्व सांसद संदीप दीक्षित ने कहा कि यदि इस तरह की गाली किसी एसपी के बेटे को दी गई होती तो पुलिस आरोपी को कब का गिरफ्तार कर लेती. लेकिन यहां पर सत्ताधारियों के द्वारा आम लोगों को दबाने का काम किया जा रहा है. पूर्व सांसद संदीप दीक्षित ने कहा कि बीजेपी विधायक कमल पटेल के बेटे के द्वारा मोबाइल पर दी गई गाली और धमकी यदि किसी एससी-एसटी वर्ग के व्यक्ति द्वारा किसी उच्च वर्ग के बेटे या बेटी को दिया जाता तो दिल्ली की सड़कों पर कोहराम मचा होता.