हरदा। जिले के रहटगांव वन परिक्षेत्र के गांव गोराखाल में पहाड़ों से गिरता झरना अपने प्राकृतिक सौंदर्य के चलते पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करता है. इसे देखने के लिए यहां पर बड़ी संख्या में लोग दूर-दूर से आते हैं. वन विभाग द्वारा इसे पर्यटन स्थल तो घोषित कर दिया गया है, लेकिन यहां आने वाले लोगों की सुरक्षा को लेकर कोई भी इंतजाम नहीं किए गए हैं, जिसके चलते यहां कभी भी कोई बड़ा हादसा हो सकता है.
वन विभाग ने केवल एक सूचना बोर्ड लगाकर अपने कर्तव्यों की इतिश्री कर ली है, लेकिन लोगों की सुरक्षा के लिए कोई इंतजामात नहीं किए हैं. इसके बाद भी वन विभाग के द्वारा अब यहां पर आने वाले सैलानियों से वाहन शुल्क वसूलने की तैयारी कर आदेश भी जारी कर दिए गए हैं. वहीं वनपाल सुरक्षा के लिए दो लोगों की ड्यूटी करने का भी दावा कर रहे हैं. लोगों का कहना है कि असामाजिक तत्वों के द्वारा खुलेआम शराब पीकर हुड़दंग किया जाता है, जिससे यहां आने वाले लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.
जिस तरह कुछ सालों पहले महू के पास पातालपानी में बारिश की वजह से अचानक तेज पानी आने के कारण कुछ लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी थी. ठीक उसी तरह से यहां पर भी पहाड़ी इलाकों में होने वाली तेज बारिश की वजह से सुरक्षा के इंतजाम नहीं होने से कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है. लोगों की मांग है कि वन विभाग को यहां पर दूरदराज के क्षेत्रों से आने वाले लोगों की सुरक्षा और झरने तक जाने के लिए रास्ते का निर्माण करना चाहिए, ताकि यहां पर लोग परिवार सहित आकर भरपूर आनंद उठा सकें.