ETV Bharat / state

कर्ज वसूली के लिए बैंक का अनोखा तरीका, ऑटों से कर्जदारों के नाम किए जा रहे अनाउंस

सालों से बंटे कर्ज के वापस नही आने से परेशान हरदा जिला सहकारी बैंक कर्ज वसूली के लिए अनोखा तरीका अपना रहा है, इसमें कर्जदारों के नाम सार्वजनिक किए जा रहे हैं.

author img

By

Published : Nov 2, 2019, 11:26 AM IST

Updated : Nov 2, 2019, 12:09 PM IST

कर्ज वसूली के लिए अनोखा तरीका

हरदा। सालों पहले बांटे गए कर्ज के वापस ना आने पर हरदा जिला सहकारी बैंक वसूली अभियान चला रहा है. इसके लिए बैंक ने एक नया तरीका अपनाया है. बैंक कर्जदारों के नामों को एक ऑटो पर लाउड स्पीकर लगाकर सार्वजनिक कर रहा है. वहीं सार्वजनिक स्थानों पर भी बकायादारों के नामों की सूची लगाई जा रही है.

कर्ज वसूली के लिए अनोखा तरीका

सहकारी बैंक की साल 2002 से लेकर अब तक करीब 179 बकायादारों से करोड़ों रुपए की ऋण वसूली नहीं हो पाई है. जिसके चलते बैंक की माली हालत कंगाली की ओर जा चुकी है, वहीं राजनैतिक हस्तेक्षप के चलते भी शहर के रसूखदारों से राजस्व विभाग वसूली करने में नाकाम साबित हो रहा है.

यहां से है इतना बकाया

  • अकृषि ऋण के व्यवसायी लिमिट के 25 प्रकरणों से 3 करोड़ 4 लाख रुपए
  • आवास योजना के 65 बकायादारों से 3 करोड़ 62 लाख रुपए
  • मोटरसाइकिल ऋण के 81 बकायादारों से 2 करोड़ 97 लाख रुपए
  • चार पहिया वाहनों के बकायादारों से 25 लाख 73 हजार रुपए
  • वेयर हाउस के 2 बकायादारों से 1 करोड़ 7 लाख रुपए रुपए

हरदा में जिला सहकारी बैंक के करीब 494 आरआरसी प्रकरण राजस्व विभाग के पास लंबित हैं, जिनमे करीब 17 करोड़ की वसूली बकायादारों से की जानी है. बीते साल भी बैंक ने शाखा पर बकायादारों के नामों की सूची लगाकर सार्वजनिक किए थे, लेकिन सूची के लगने के कुछ ही देर बाद बैंक अधिकारियों पर नेताओं का दवाब आने लगा था और अज्ञात लोगों ने सूची भी फाड़ दी थी.

हरदा। सालों पहले बांटे गए कर्ज के वापस ना आने पर हरदा जिला सहकारी बैंक वसूली अभियान चला रहा है. इसके लिए बैंक ने एक नया तरीका अपनाया है. बैंक कर्जदारों के नामों को एक ऑटो पर लाउड स्पीकर लगाकर सार्वजनिक कर रहा है. वहीं सार्वजनिक स्थानों पर भी बकायादारों के नामों की सूची लगाई जा रही है.

कर्ज वसूली के लिए अनोखा तरीका

सहकारी बैंक की साल 2002 से लेकर अब तक करीब 179 बकायादारों से करोड़ों रुपए की ऋण वसूली नहीं हो पाई है. जिसके चलते बैंक की माली हालत कंगाली की ओर जा चुकी है, वहीं राजनैतिक हस्तेक्षप के चलते भी शहर के रसूखदारों से राजस्व विभाग वसूली करने में नाकाम साबित हो रहा है.

यहां से है इतना बकाया

  • अकृषि ऋण के व्यवसायी लिमिट के 25 प्रकरणों से 3 करोड़ 4 लाख रुपए
  • आवास योजना के 65 बकायादारों से 3 करोड़ 62 लाख रुपए
  • मोटरसाइकिल ऋण के 81 बकायादारों से 2 करोड़ 97 लाख रुपए
  • चार पहिया वाहनों के बकायादारों से 25 लाख 73 हजार रुपए
  • वेयर हाउस के 2 बकायादारों से 1 करोड़ 7 लाख रुपए रुपए

हरदा में जिला सहकारी बैंक के करीब 494 आरआरसी प्रकरण राजस्व विभाग के पास लंबित हैं, जिनमे करीब 17 करोड़ की वसूली बकायादारों से की जानी है. बीते साल भी बैंक ने शाखा पर बकायादारों के नामों की सूची लगाकर सार्वजनिक किए थे, लेकिन सूची के लगने के कुछ ही देर बाद बैंक अधिकारियों पर नेताओं का दवाब आने लगा था और अज्ञात लोगों ने सूची भी फाड़ दी थी.

Intro:हरदा जिला मुख्यालय की जिला सहकारी बैंक के द्वारा वर्ष 2002 से लेकर अब तक करीब 179 बकायादारों से करोड़ो रूपये की ऋण की वसूली नही हो पाई है।जिसके चलते बैंक की माली हालत कंगाली की ओर जा चुकी है। बैंक के पास अकृषि ऋण के व्यवसायी लिमिट के 25 प्रकरणों से 3 करोड़ 4 लाख
,आवास योजना के 65 बकायादारों से 3 करोड़ 62 लाख,मोटरसाइकिल ऋण के 81 बकायादारों से 2 करोड़ 97 लाख,चार पहिया वाहनों के बकायादारों से 25 लाख 73 हजार एवं वेयर हाउस के 2 बकायादारों से 1 करोड़ 7 लाख रुपए की वसूली की जानी है।लेकिन राजनैतिक हस्तेक्षप के चलते शहर के रसूखदारों से आब तक बैंक और राजस्व विभाग वसूली करने में नाकाम साबित हो रहा है।


Body:हरदा में जिला सहकारी बैंक के करीब 494 आरआरसी प्रकरण राजस्व विभाग के पास लंबित है।जिनमे करीब 17 करोड़ की वसूली बकायादारों से की जानी है।बीते साल भी बैंक ने शाखा की दीवार पर बकायादारों के नामों की सूची फ्लेक्स लगाकर सार्वजनिक की गई थी लेकिन सूची के लगने के कुछ ही देर बाद बैंक अधिकारियों पर नेताओ के दवाब आने लगे थे।जिसके बाद शाम को अज्ञात लोगों के द्वारा बकायादारों के नाम की सूची को फाड़ दिया गया था।लेकिन बैंक प्रबंधन के द्वारा इस मामले में कोई शिकायत थाने में दर्ज नही कराई गई थी।


Conclusion:जिला सहकारी बैंक ने सालो से ऋण ओर उसके ब्याज की राशि नही देने वाले रसूखदारों के नामों को एक ऑटो पर लाउंड स्पीकर लगाकर सार्वजनिक किए जा रहे है।वही सार्वजनिकस्थानों पर भी बकायादारों के नामों की सूची लगाने की तैयारी कर ली है। जिसके ऋण लेने के बाद सालो बाद भी रुपया नही देने वाले बकायादार रुपया जमा कर दे।
बाईट- संतोष कुमार दीक्षित
,जिला सहकारी बैंक मर्यादित होशंगाबाद
शाखा प्रबंधक ,हरदा
Last Updated : Nov 2, 2019, 12:09 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.