हरदा। अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस के अवसर पर प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भोपाल के मिंटो हाल से बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ योजना अंतर्गत पंख अभियान का शुभारंभ किया. इस अवसर पर सीएम शिवराज ने वीडियो कान्फ्रेंसिंग के जरिए हरदा में शौर्य दल के रेवा सखी के रूप में काम करने वाली सलोनी राठौर बालिका से बात की. इस दौरान उन्होंने महिलाओं के लिए काम करने और शौर्य दल के विषय में भी जानकारी ली. हरदा जिले में 960 लड़कियों के रेवा सखी के रूप में काम करने पर सीएम ने प्रसन्नता व्यक्त की.
कृषि मंत्री ने उतारी आरती
इस कार्यक्रम में विशेष रूप से मौजूद प्रदेश की कृषि मंत्री कमल पटेल ने रेवा सखियों की आरती उतार कर उनका स्वागत किया. उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश की शिवराज सरकार महिलाओं के सम्मान और उनकी सुरक्षा को लेकर गंभीर है. आयोजित कार्यक्रम के दौरान सीएम शिवराज ने टिमरनी और खिरकिया के 8 आंगनबाड़ी केन्द्रों का लोकार्पण किया. वहीं लाडली लक्ष्मी योजना की 190 हितग्राहियों बालिकाओंइ को 4 लाख 60 हजार की छात्रवृत्ति भी दी. वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के दौरान सीएम शिवराज ने हरदा में बालिकाओं को फ्री कराटे सिखाने वाली ब्लैक बेल्ट से सम्मानित मना मण्डलेकर से भी बात की.
कौन है रेवा सखी
शौर्य दल में ट्रेनिंग लेने के बाद सबसे ज्यादा एक्टिव लड़कियों को रेवा सखी बनाया जाता है. पूर्व ADM डॉ. प्रियंका गोयल ने इसकी शुरुआत की थी. महिला एवं बाल विकास विभाग ने हरदा जिले के सभी ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में रेवा सखियां बनाई हैं, जो उनके आसपास रहने वाली महिलाओं पर किसी भी तरह की छेड़छाड़, घरेलू हिंसा या अन्य तरह के अपराध रोकने के लिए पीड़ित महिला और प्रशासन के बीच एक मध्यस्थ की भूमिका निभाती हैं.
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हरदा जिले में 960 रेवा सखी महिलाओं पर होने पर अपराधों पर रोकथाम के लिए काम कर रही हैं. उन्हीं में से एक सलोनी राठौर भी हैं. जो हरदा के वार्ड नंबर तीन में रहती हैं. सलोनी ने भी बालिकाओं को छेड़छाड़ की घटना होने के दौरान मदद दी है. वहीं जिन लोगों ने छेड़छाड़ की, उनके परिजनों से भी मुलाकात कर इस तरह की घटना को रोकने में अपनी अहम भूमिका निभाई है.
दोबारा स्कूल जाने किया प्रेरित
मुख्यमंत्री से बात करने वाली सलोनी राठौर का कहना है कि वो अपने आसपास रहने वाली दो बालिकाएं, जिन्होंने मनचलों की छेड़छाड़ से परेशान होकर स्कूल जाना बंद कर दिया था. इसकी जानकारी मिलने के बाद दोनों लड़कियों से मुलाकात कर उन्हें समझाइश दी और दोबारा स्कूल जाने के लिए प्रेरित किया. जिसके बाद अब दोनों लड़कियां दोबारा से स्कूल जाने लगी हैं.
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कृषि मंत्री कमल पटेल ने कहा कि मध्य प्रदेश की सरकार पीढ़ियों को सशक्त बनाने को लेकर सबसे ज्यादा सजग है. उन्होंने कहा कि बेटी शिक्षित होंगी, स्वस्थ होंगी तभी सशक्त समाज का निर्माण हो सकेगा. उन्होंने कहा कि पंख अभियान की शुरुआत से बेटियों को सशक्त बनाने के लिए महिला बाल विकास के साथ-साथ स्वास्थ्य एवं पुलिस विभाग भी काम करने जा रहा है.