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हरदा: गेहूं खरीदी केंद्र बदले जाने से नाराज किसानों ने कलेक्टर से की शिकायत - समस्या

किसानों के लिए बनी खरीदी केन्द्र को प्रशासन ने बदल दिया जिससे किसानों को काफी परेशानी हो रही है. कांग्रेस जिला अध्यक्ष ने कलेक्टर से मुलाकात कर किसानों को गेहूं बिक्री में आने वाली समस्याओं से अवगत कराया.

खरीदी केन्द्रों को लेकर किसान परेशान
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Published : Apr 9, 2019, 4:55 PM IST

हरदा। जिला प्रशासन के बनाये गए खरीदी केन्द्रों को लेकर किसानों को खासा परेशान होना पड़ रहा है. बीते साल बनाये गए खरीदी केंद्र से इस साल बनाए गए केन्द्रों की दूरी किसानों के लिए मुसीबत का सबब बन गई है. कांग्रेस जिला अध्यक्ष लक्ष्मीनारायण पंवार ने कलेक्टर एस विश्वनाथन से मुलाकात कर किसानों को गेहूं बिक्री में आने वाली समस्याओं से अवगत कराया.

खरीदी केन्द्रों को लेकर किसान परेशान


किसान नेता केदार सिरोही ने बताया कि बीते साल किसानों को खरीदी केंद्र पर तुलाई तौल काटो से होती थी. जिसमें समय अधिक लगता था. सरकार ने अब पूरे प्रदेश में दो हजार आठ सौ की जगह तीन हजार चार सौ खरीदी केंद्र बनाए हैं. जिससे किसानों को अब खरीदी में राहत मिल रही है.


वहीं जटपुरा के किसान शंकर सिंह सोलंकी ने कहा कि पिछले साल उन्हें गेंहू की फसल बिक्री के लिए मात्र चार किलोमीटर दूर जाना होता था, लेकिन इस साल उन्हें मैपिंग की गलती की वजह से 80 किलोमीटर दूर जाना होगा.
जिला खाद्य अधिकारी ने बताया कि प्रशासन ने पहले एक खरीदी केंद्र पर 7 हजार पांच सौ क्विंटल गेंहू खरीदने की लिमिट तय की थी. जिसके चलते किसानों को अलग-अलग केंद्रों पर भेज दिया जाता था, लेकिन किसानों की शिकायतों को ध्यान में रखकर प्रदेश स्तर अब एक केंद्र की क्षमता बढ़ा कर 9 हजार क्विंटल कर दी गई है.

हरदा। जिला प्रशासन के बनाये गए खरीदी केन्द्रों को लेकर किसानों को खासा परेशान होना पड़ रहा है. बीते साल बनाये गए खरीदी केंद्र से इस साल बनाए गए केन्द्रों की दूरी किसानों के लिए मुसीबत का सबब बन गई है. कांग्रेस जिला अध्यक्ष लक्ष्मीनारायण पंवार ने कलेक्टर एस विश्वनाथन से मुलाकात कर किसानों को गेहूं बिक्री में आने वाली समस्याओं से अवगत कराया.

खरीदी केन्द्रों को लेकर किसान परेशान


किसान नेता केदार सिरोही ने बताया कि बीते साल किसानों को खरीदी केंद्र पर तुलाई तौल काटो से होती थी. जिसमें समय अधिक लगता था. सरकार ने अब पूरे प्रदेश में दो हजार आठ सौ की जगह तीन हजार चार सौ खरीदी केंद्र बनाए हैं. जिससे किसानों को अब खरीदी में राहत मिल रही है.


वहीं जटपुरा के किसान शंकर सिंह सोलंकी ने कहा कि पिछले साल उन्हें गेंहू की फसल बिक्री के लिए मात्र चार किलोमीटर दूर जाना होता था, लेकिन इस साल उन्हें मैपिंग की गलती की वजह से 80 किलोमीटर दूर जाना होगा.
जिला खाद्य अधिकारी ने बताया कि प्रशासन ने पहले एक खरीदी केंद्र पर 7 हजार पांच सौ क्विंटल गेंहू खरीदने की लिमिट तय की थी. जिसके चलते किसानों को अलग-अलग केंद्रों पर भेज दिया जाता था, लेकिन किसानों की शिकायतों को ध्यान में रखकर प्रदेश स्तर अब एक केंद्र की क्षमता बढ़ा कर 9 हजार क्विंटल कर दी गई है.

Intro:हरदा जिले में जिला प्रशासन के द्वारा बनाये गए खरीदी केंद्रों को लेकर किसानों को खासा परेशान होना पड़ रहा है।बीते साल बनाये गए खरीदी केंद्र से इस वर्ष बनाये गए केंद्रों की दूरी पहले से चौगुनी हो गई है।जिसको लेकर किसानों के द्वारा लगातार शिकायते की जा रही है।आज पूर्व विधायक डॉ आर के दोगने ओर कांग्रेस जिला अध्यक्ष लक्ष्मीनारायण पंवार ने कलेक्टर एस विश्वनाथन से मुलाकात कर किसानों को गेहूं बिक्री में आने वाली समस्याओं से अवगत कराया।गौरतलब है कि कुछ दिनों पहले सोनतलाई के किसानों ने भी इस समस्याओं को लेकर लोकसभा चुनाव के बहिष्कार करने की चेतावनी दी थी।


Body:किसान नेता केदार सिरोही ने बताया कि बीते साल किसानों को खरीदी केंद्र पर तुलाई तौल काटो से होती थी।जिसमे समय अधिक लगता था।वही किसानों को रुपया भी देरी से मिलता था।इसी बात को ध्यान में रखकर सरकार ने अब पूरे प्रदेश में 2800 की जगह पर 3400 खरीदी केंद्र बनाए गए हैं।साथ ही खरीदी अब वेयरहाउस पर कर दी गई है जिससे उसे समय से तुलाई हो सके और दो से तीन दिन के भीतर भुगतान मिल सके।
बाइट -केदार सिरोही
किसान नेता,कांग्रेस
उधर ग्राम जटपुरा के किसान शंकर सिंह सोलंकी ने बताया कि पिछले साल उन्हें गेंहू की फसल बिक्री के लिए मात्र चार किलोमीटर दूर जाना होता था।लेकिन इस साल उन्हें मैपिंग की त्रुटि की वजह से 80 किलोमीटर दूर जाना होगा।जिससे व्यय अधिक लगेगा।
बाइट -शंकर सिंह सोलंकी
किसान ग्राम जटपुरा
आम किसान यूनियन के सदस्य राम इनानिया का कहना है कि जिला प्रशासन ने प्रदेश सरकार के निर्देश पर इस साल गेंहू खरीदी के लिए पटवारी हल्का के हिसाब से खरीदी की जा रही है ।जिसके चलते किसानों को समय अधिक और आर्थिक व्यय भी उठाना पड़ रहा है।
बाइट -राम इनानिया
सदस्य आम किसान यूनियन, हरदा



Conclusion:उधर जिला खाद्य अधिकारी ने बताया कि प्रशासन द्वारा पहले एक खरीदी केंद्र पर 7500 क्विंटल गेंहू खरीदने की लिमिट तय की गई थी।जिसके चलते किसानों को अलग अलग केंद्रों पर भेज दिया गया था।लेकिन किसानों की शिकायतों को ध्यान में रखकर प्रदेश स्तर पर अवगत कराया गया है।जिसके बाद अब एक केंद्र की क्षमता बढ़ा कर 9000 क्विटल कर दी गई है।जिससे अब किसानों की समस्या कम होगी।वही आज टीएल की बैठक में ऐसे किसानों की समस्याओं को भी ध्यान में रखा गया है।जिनके परिवार में शादी है या अन्य कोई निजी आयोजन है।जिसको लेकर कलेक्टर एस विश्वनाथन ने सभी एसडीएम को सम्बंधित किसानों के आवेदनों की जांच करने के बाद उनकी गेंहू की तुलाई पहले करने के भी निर्देश दिए गए है।

बाईट - के एस पेन्द्रों
डीएसओ,हरदा
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