हरदा। विधायक कमल पटेल के बेटे के खिलाफ जिल बदर की कार्रवाई होने के बाद राजनीति गरमाने लगी है और आरोप प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया है. जिले के दौरे पर पहुंचे बीजेपी विधायक कमल पटेल ने जिले के प्रभारी मंत्री और प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए हैं. बेटे पर हुई कार्रवाई के बाद उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा है कि ये सारी कार्रवाई प्रभारी मंत्री के दबाव में की जा रही है. जिले का प्रशासन नेता की कठपुतली बनकर काम कर रहा है.
पीसी शर्मा का है भोपाल में अवैध कब्जा
प्रभारी मंत्री पीसी शर्मा पर आरोप लगाते हुए कहा कि अर्जुन सिंह के मुख्यमंत्री रहने के समय पीसी शर्मा ने भोपाल में झुग्गियों पर अवैध रूप से कब्जा किया है इसकी जांच होना चाहिए. उनके बेटे का नहीं बल्की पीसी शर्मा और कलेक्टर का जिला बदर करना चाहिए. उन्होंने कहा कि कलेक्टर कांग्रेस नेताओं के दबाव में कठपुतली बनकर काम कर रहे हैं. सुदीप ने गलत काम करने वालों के खिलाफ आवाज उठाई है. इसी कारण उन पर दवाब बनाने और अपनी कुर्सी बचाने कलेक्टर ने यह कार्रवाई की है.
क्या है पूरा मामला
16 जनवरी को विधायक पटेल के बेटे खिलाफ हरदा कलेक्टर एस विश्वनाथन ने जिला बदर करने को आदेश जारी किए हैं. इस कार्रवाई के बाद जिले में कांग्रेस और भाजपा की राजनीति गरमा गई है. बेटे की जिला बदर होने के बाद मीडिया से दूरी बनाए रखने वाले विधायक कमल पटेल मीडिया के सामने आए और तीखे बयान दिए.
उन्होंने कहा कि उनका बेटा सुदीप खिरकिया जनपद उपाध्यक्ष और उसकी पत्नी हरदा जिला पंचायत की अध्यक्ष हैं उनके परिवार ने हमेशा रेत माफिया, शराब माफिया और भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठाई है. इसे दबाने के लिए कलेक्टर ने उनके बेटे पर जिला बदर की कार्रवाई की है.