हरदा। लोकसभा चुनाव के दौरान पीसीसी चीफ कमलनाथ के करीबियों के यहां पड़े छापों के मामलों में आयकर विभाग की जारी की गई सूची में कई बड़े नेताओं के नाम सामने आए हैं, जिसको लेकर कृषि मंत्री कमल पटेल ने कहा कि कांग्रेस भ्रष्टाचार की जननी है. भ्रष्टाचार कहे या कांग्रेस, बात एक ही है. उन्होंने कहा कि मामले में दो अधिकारियों पर कार्रवाई हो चुकी है. लेकिन असली सरगना पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ तो अभी तक बचा हुआ है. कमलनाथ के ओएसडी निजी सलाहकार भांजे से ही तो उनकी कंपनी की जांच की जा रही है. साथ ही उनके चार्टर्ड अकाउंटेंट के द्वारा 287 करोड़ रुपए अधिकारियों से वसूलने की बात भी कही गई है.
हरदा कच्छ कड़वा पाटीदार समाज धर्मशाला में आयोजित हरदा नगर मंडल के अभ्यास वर्ग में कृषि मंत्री कमल पटेल शामिल हुए. इस दौरान उन्होंने भाजपा कार्यकर्ताओं को प्रदेश सरकार की योजना और जनता के हित में किए गए कामों को लेकर चर्चा की. साथ ही सरकार की उपलब्धियों को आमजन तक पहुंचाने के लिए भाजपा कार्यकर्ताओं से कहा कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के कार्यकाल में लागू की गई जन हितैषी योजनाओं को जनता के बीच पहुंचाकर उन्हें उसका लाभ दिलाएं. इस दौरान बीजेपी जिला अध्यक्ष अमर सिंह मीणा सहित पार्टी कार्यकर्ता और पदाधिकारी मौजूद रहे.
कांग्रेस मुक्त भारत मतलब भ्रष्टाचार मुक्त भारत
मंत्री कमल पटेल ने कहा, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कांग्रेस मुक्त का जो सपना है, वह भ्रष्टाचार मुक्त भारत है. लेकिन दुर्भाग्य से कांग्रेस में किसानों को झूठे वचन देकर सत्ता हासिल कर ली थी और 15 माह के कार्यकाल में रेत माफिया, भू माफिया सहित अन्य माफियाओं के साथ मिलकर कांग्रेस में जमकर लूट की है. इतना ही नहीं कांग्रेस में अधिकारियों से भी लूट की है. जिसके परिणाम स्वरूप तीन से चार आईपीएस अधिकारी भी इनकम टैक्स के जांच के घेरे में आ गए. इसको लेकर चुनाव आयोग ने इन दोषी अधिकारियों के खिलाफ ईओडब्ल्यू में एफआईआर दर्ज करने के निर्देश दिए हैं. 50 से अधिक वर्तमान विधायकों के काले धन के मामले में नाम सामने आने को लेकर मंत्री कमल पटेल ने कहा कि यह जांच का विषय है. लेकिन जांच में जो भी दोषी पाया जाता है उस पर कार्रवाई होना चाहिए.