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हरदा: बारिश से भीगा खुले में रखा सैकड़ों क्विंटल चना - harda rain mandi news

हरदा में सहकारी समितियों के द्वारा 6 मई से ही समर्थन मूल्य पर चने की खरीदी की जा रही है. वहीं प्री मानसून के चलते कृषि मंडी में रखा चना भीगने से समस्याएं बढ़ गई है.

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Published : Jun 3, 2020, 1:40 AM IST

हरदा। जिले की मंडी में रूपी परेटिया, नीमगांव, अबगांव खुर्द सहकारी समिति समर्थन मूल्य पर चने की खरीदी कर रही है. पूरे जिले में 14 सहकारी समितियों के द्वारा 6 मई से ही समर्थन मूल्य पर चने की खरीदी की जा रही है. इस दौरान कृषि उपज मंडी परिसर में रखा सैकड़ों क्विंटल चना प्री मानसून की बारिश में भीग गया है.

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केंद्रों पर खुले में पड़ा चना

हम्मालों की कमी और उन्हें उनके द्वारा किये गए काम के बदले राशि का भुगतान ना हो पाने के साथ-साथ परिवहन की गति भी धीमी है. जिसके चलते किसानों से खरीदे गए चने का परिवहन नहीं हो सका. प्रशासन की लापरवाही के चलते किसानों की कड़ी मेहनत से पैदा किया गया चना बारिश में भीग गया है. सोसायटी के पास चने को बारिश से बचाने के लिए कोई इंतजाम नहीं होने के कारण कर्मचारियों ने उसे प्लास्टिक तिरपाल से ढक कर बचाने की कोशिश की.

सहकारिता विभाग के एआरसीएस अखिलेश चौहान के मुताबिक जिले की 14 सोसायटियों के द्वारा 6 मई से अब तक करीब 22 हजार मैट्रिक टन चने की खरीदी की जा चुकी है. आगामी 10 जून तक जिले के लक्ष्य 30 हजार मैट्रिक टन की खरीदी को पूरा कर लिया जाएगा. उन्होंने किसी भी सोसायटी में बारिश से किसी तरह के कोई नुकसान नहीं होने की बात कही है.

हरदा। जिले की मंडी में रूपी परेटिया, नीमगांव, अबगांव खुर्द सहकारी समिति समर्थन मूल्य पर चने की खरीदी कर रही है. पूरे जिले में 14 सहकारी समितियों के द्वारा 6 मई से ही समर्थन मूल्य पर चने की खरीदी की जा रही है. इस दौरान कृषि उपज मंडी परिसर में रखा सैकड़ों क्विंटल चना प्री मानसून की बारिश में भीग गया है.

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केंद्रों पर खुले में पड़ा चना

हम्मालों की कमी और उन्हें उनके द्वारा किये गए काम के बदले राशि का भुगतान ना हो पाने के साथ-साथ परिवहन की गति भी धीमी है. जिसके चलते किसानों से खरीदे गए चने का परिवहन नहीं हो सका. प्रशासन की लापरवाही के चलते किसानों की कड़ी मेहनत से पैदा किया गया चना बारिश में भीग गया है. सोसायटी के पास चने को बारिश से बचाने के लिए कोई इंतजाम नहीं होने के कारण कर्मचारियों ने उसे प्लास्टिक तिरपाल से ढक कर बचाने की कोशिश की.

सहकारिता विभाग के एआरसीएस अखिलेश चौहान के मुताबिक जिले की 14 सोसायटियों के द्वारा 6 मई से अब तक करीब 22 हजार मैट्रिक टन चने की खरीदी की जा चुकी है. आगामी 10 जून तक जिले के लक्ष्य 30 हजार मैट्रिक टन की खरीदी को पूरा कर लिया जाएगा. उन्होंने किसी भी सोसायटी में बारिश से किसी तरह के कोई नुकसान नहीं होने की बात कही है.

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