हरदा। हरदा जिला अस्पताल में लापरवाही का बड़ा मामला सामने आया है. बिना सैंपल लिए ही, एक युवक को डॉक्टर के द्वारा कोरोना संक्रमित बता दिया गया. कोरोना संक्रमित बताए जाने पर अब युवक के परिजनों ने ग्रामीणों ने दूरी बना ली है. इतना ही नहीं, जहां वो काम करने जाता है, वहां भी उसे कोरोना पॉजिटिव बताए जाने के चलते काम पर आने से मना कर दिया गया है.
मानसिक और आर्थिक रूप से परेशान युवक ने आवेदन दे कर प्रशासन को पूरे मामले से अवगत कराया है, साथ ही इसका समाधान निकालने का अनुरोध किया है. इस मामले को लेकर सीएमएचओ किशोर कुमार नागवंशी का कहना है कि, उन्हें मीडिया के माध्यम से ये जानकारी लगी है. यदि इस मामले में लापरवाही बरती गई है तो, वे लापरवाही बरतने वाले कर्मचारियों पर कार्रवाई करेंगे.
ग्राम करनपुरा का रहने वाला युवक रामलाल देवड़ा, अपनी गर्भवती भाभी को लेकर 22 सितंबर को जिला अस्पताल आया था, जहां उसे भाभी के साथ आने के दौरान सैम्पल देकर कोरोना टेस्ट कराने को कहा गया था, लेकिन समय अधिक लगने के चलते वो अस्पताल से बिना सैम्पल दिए ही घर लौट गया. चार दिनों बाद उसके घर पर स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी ने कोरोना पॉजिटिव होने की जानकारी दी, जबकि उसने सैंपल दिया ही नहीं था.