हरदा। धर्म और जाति के नाम पर आज के दौरा में जहां विवाद हो रहे हैं. तो वहीं मध्य प्रदेश के हरदा जिले में दो दोस्त ऐसी मिसाल पेश कर रहे हैं, जिन पर हम सभी को नाज है. कन्हैया और लियाकत की दोस्ती समाज को तोड़नेवालों के मुंह पर तमाचा है.हरदा जिले में दो अलग अलग धर्मों से ताल्लुक रखने वाले दोस्तों के घर में होने वाली शादी खूब सुर्खियां बटोर रही है. मुस्लिम दोस्त लियाकत के बेटे इमरान के निकाह का कार्ड हिंदू रीतिरिवाज से छपवाकर दोस्त कन्हैयालाल नाते रिश्तेदारों में बांट रहा है.
14 अप्रैल को होने जा रहे निकाह के लिए कन्हैयालाल ने आमंत्रण पत्र में अपने परिवार वालों के नाम भी लिखवाये हैं. इतना ही नहीं दोस्त लियाकत के बेटे का निकाह के लिए लड़की भी कन्हैयालाल ने ही पसंद की है. ये दोनों परिवार दुकान से लेकर घर तक सारे फर्ज निभा रहे हैं. एक दोस्त अगर फर्नीचर का काम देख रहा है तो दूसरा दोनों परिवार के जरूरतों का ध्यान रखता है.यही नहीं लियाकत का कहना है कि निकाह में आने वाले लोगों से वो मतदान की भी अपील कर रहे हैं.
40 साल पुराने याराना का अंदाजा इस बात से लगा सकते हैं कि फर्नीचर का काम कर रहे दोनों दोस्तों ने अपनी दुकान का नाम भी याराना फर्नीचर रख दिया है. जहां एक लियाकत के बेटे के निकाह का निमंत्रण कार्ड बांटकर कन्हैया दोस्ती का फर्ज निभा रहा है तो वहीं लियाकत लोगों से वोटिंग की अपील कर लोकतंत्र की खूबसूरती में चार चांद लगा रहा है.