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ऐसा भी होता है ! किसानों ने नहीं लिया कर्ज, फिर भी हो गई ऋणमाफी

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Published : Dec 26, 2019, 8:32 PM IST

Updated : Dec 26, 2019, 10:48 PM IST

हरदा के नीमगांव के करीब 140 किसानों का नाम प्रदेश सरकार की जय किसान ऋण माफी योजना में शामिल हो गया है. जबकि उन्होंने ऋण लिया ही नहीं है.

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विरोध प्रदर्शन करते किसान

हरदा। जिला सहकारी बैंक आए दिन गड़बड़ियों के चलते चर्चा में बना रहता है. अब यहां एक नया मामला सामने आया है. बैंक से जिन किसानों ने कोई लोन नहीं लिया था. ऐसे करीब 140 किसानों के नाम पर फर्जी ऋण चढ़ाने का मामला सामने आया है. इसका खुलासा तब हुआ जब किसान जिला सहकारी बैंक की मुख्य शाखा पहुंचे.जहां किसानों ने ऋण संबंधी दस्तावजे मांगे तो बैंक उसका कोई रिकॉर्ड ही नहीं दे पाया.

जिला सहकारी बैंक में गड़बड़ी का मामला

जिला सहकारी बैंक ने नीमगांव सहकारी समिति में ऐसे किसानों का ऋण माफ कर दिया गया, जिन्होंने बैंक से कभी ऋण लिया ही नहीं. इनमें कई किसान ऐसे भी हैं जिन्होंने कम राशि का ऋण लिया. लेकिन उनके खातों में राशि का अंतर दिखाकर उसे ज्यादा बता दिया गया. जब किसानों के नाम प्रदेश सरकार की ऋण माफी योजना में आए तो उन्होंने आपत्ति दर्ज की. आज सहकारी बैंक की मुख्य शाखा हरदा में किसानों को आपत्ति आवेदनों के समाधान के लिए बुलाया गया था. लेकिन किसानों का रिकॉर्ड ही नहीं मिल पाया. अब उन्हें दोबारा 31 दिसम्बर को बुलाया गया है. वहीं किसानों का कहना है कि जब उन्होंने ऋण लिया ही नहीं, तो फिर कैसे ऋण माफी में उनका नाम शामिल हो गया.

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किसानों की लिस्ट

सहकारी बैंक के मैनेजर संतोष दीक्षित का कहना है कि किसानों ने सहकारी समिति के पूर्व प्रबंधक पर गड़बड़ी का आरोप लगाया है. मामले की जांच की जा रही है.

हरदा। जिला सहकारी बैंक आए दिन गड़बड़ियों के चलते चर्चा में बना रहता है. अब यहां एक नया मामला सामने आया है. बैंक से जिन किसानों ने कोई लोन नहीं लिया था. ऐसे करीब 140 किसानों के नाम पर फर्जी ऋण चढ़ाने का मामला सामने आया है. इसका खुलासा तब हुआ जब किसान जिला सहकारी बैंक की मुख्य शाखा पहुंचे.जहां किसानों ने ऋण संबंधी दस्तावजे मांगे तो बैंक उसका कोई रिकॉर्ड ही नहीं दे पाया.

जिला सहकारी बैंक में गड़बड़ी का मामला

जिला सहकारी बैंक ने नीमगांव सहकारी समिति में ऐसे किसानों का ऋण माफ कर दिया गया, जिन्होंने बैंक से कभी ऋण लिया ही नहीं. इनमें कई किसान ऐसे भी हैं जिन्होंने कम राशि का ऋण लिया. लेकिन उनके खातों में राशि का अंतर दिखाकर उसे ज्यादा बता दिया गया. जब किसानों के नाम प्रदेश सरकार की ऋण माफी योजना में आए तो उन्होंने आपत्ति दर्ज की. आज सहकारी बैंक की मुख्य शाखा हरदा में किसानों को आपत्ति आवेदनों के समाधान के लिए बुलाया गया था. लेकिन किसानों का रिकॉर्ड ही नहीं मिल पाया. अब उन्हें दोबारा 31 दिसम्बर को बुलाया गया है. वहीं किसानों का कहना है कि जब उन्होंने ऋण लिया ही नहीं, तो फिर कैसे ऋण माफी में उनका नाम शामिल हो गया.

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किसानों की लिस्ट

सहकारी बैंक के मैनेजर संतोष दीक्षित का कहना है कि किसानों ने सहकारी समिति के पूर्व प्रबंधक पर गड़बड़ी का आरोप लगाया है. मामले की जांच की जा रही है.

Intro:हरदा का जिला सहकारी बैंक हमेशा ही किसी ना किसी गड़बड़ी और घोटालों के रूप में अपनी विशेष पहचान बना चुका है।अब यहां एक नया मामला सामने आया है।बैंक से जिन किसानों ने कोई लोन नही लिया है।उनमें से 127 किसानों के नाम पर फर्जी ऋण चढ़ाने का मामला सामने आया है। इसका खुलासा गुरुवार को जिला सहकारी केंद्रीय बैंक की मुख्य शाखा पहुंचने पर हुआ। जहां किसानों ने उनके खातों पर चढ़ाएं गए ऋण से संबंधित रिकॉर्ड मांगा।Body:हरदा जिला सहकारी बैंक मुख्य शाखा की नीमगांव सहकारी समिति में ऐसे किसानो का ऋण माफ़ कर दिया गया जिन्होंने बैंक से कभी ऋण नहीं लिया | कई किसानो ने कम राशि का ऋण लिया लेकिन उनके खातों में राशि का अंतर् दिखाकर उसे ज्यादा बता दिया गया | जब किसानो के नाम मप्र सरकार की जय किसान ऋण माफ़ी योजना में आये तो किसानो ने आपत्ति ली | किसानो ने पिंक 2 फार्म भरकर ऋण नहीं लेने बात करते हुए ऋण माफ़ी को गलत बताया | आज सहकारी बैंक की मुख्य शाखा हरदा में किसानो को आपत्ति आवेदनों के निरकारन के लिए बुलाया गया | लेकिन निराकरण नहीं होने पर दोबारा उन्हें 31 दिसम्बर को बुलाया गया है | जिन किसानो के खातों में ऋण है उनके नाम का रिकॉर्ड भी समिति के कार्यालय से गायब है | किसानो का कहना है की जब उन्होंने ऋण लिया कोई लेनदेन नहीं किया फिर कैसे ऋण माफ़ हो रहा है |

बाइट-1-सुभाष (किसान नीमगांव समिति)

बाइट-2 राजकुमार झुरिया (किसान नीमगांव समिति )Conclusion:इस मामले को लेकर जिला सहकारी बैंक के मैनेजर संतोष दीक्षित का कहना है कि जय किसान माफी योजना के तहत नीमगांव सोसायटी के किसानों से पिंक फार्म भरने को कहा गया था।लेकिन उनके द्वारा किसी भी तरह का ऋण बैंक से नही लेने ओर समिति के पूर्व कर्मचारी पर गड़बड़ी करने का आरोप लगाया है।सभी किसानों को 31 दिसम्बर को बैंक में बुलाया गया है
बाइट- संतोष दीक्षित
शाखा प्रबंधक, जिला सहकारी बैंक मुख्य शाखा,हरदा
Last Updated : Dec 26, 2019, 10:48 PM IST
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