हरदा। नगर पालिका शहर के 35 वार्डों से रोजाना कचरा लोती है, जिसे शहर के एकमात्र मुक्तिधाम के पास लाकर फेंका जाता है. इसके कारण कचरे की बदबू और कचरे में लगी आग के धुएं से लोगों का जीना मुश्किल हो रहा है.
शहर के मुक्तिधाम के पास फेंके जाने वाले कचरे से लोगों के स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव पड़ रहा है, साथ ही अंतिम संस्कार के लिए मुक्तिधाम जाने वाले लोगों के लिए भी ये रास्ता किसी नर्क से कम नहीं है. वहीं नगर निगम द्वारा जनता से जुड़े मुद्दों को लेकर लापरवाही बरती जा रही है. जिसके कारण अजनाल नदी में बहने वाला पानी दूषित होने के कारण आधे शहर के प्राकृतिक जल स्रोत का पानी भी दूषित हो गया है.
कांग्रेसियों ने मुंह बांध कर कचरे के ढेर में बैठकर विरोध-प्रदर्शन किया और एसडीएम को ज्ञापन सौंपा है. जब इसकी सूचना नगर निगम को मिली, तो वह कुम्भकर्णीय नींद से जागी और मौके पर जेसीबी को भेजकर कचरा हटाया गया. वहीं एसडीएम ने मौके पर पहुंचकर कचरे को वहां न फेंके जाने की बात भी कही है.