हरदा। स्थानीय मुक्तिधाम के पास शहर से निकलने वाले कचरे में आग लगाने के खिलाफ कांग्रेस ने धरना प्रदर्शन किया है. इस मामले को लेकर हरदा नगर पालिका अध्यक्ष सुरेन्द्र जैन का कहना है कि कांग्रेस के पास अब कोई काम नहीं बचा है, केवल विकास कार्यों का विरोध करना ही उनके पास रह गया है.
बीते दिनों पूर्व नपाध्यक्ष हेमंत टाले ने नगर पालिका को मुक्तिधाम के पास फेंके जा रहे कचरे में आग नहीं लगाने की मांग की थी, लेकिन इसके बाद भी कचरे में आग लगाने का सिलसिला जारी है. कांग्रेस का आरोप है कि नगर पालिका के कर्मचारियों के द्वारा कचरे का ट्रीटमेंट करने के बजाय आग लगा दी जाती है, जिससे पन्नियों से निकलने वाले धुंए से लोगों के स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ता है, जबकि 10 साल पहले नगर पालिका परिषद के द्वारा कचरे के ट्रीटमेंट के लिए एक प्लांट लगाया गया था. जहां पर लाखों रुपए की मशीनें खरीदी गई थी, जो कि अब तक शुरू नहीं हो पाया है. नगर पालिका के द्वारा कचरे का ट्रीटमेंट के बजाए उसे खुले मैदान में फेंक दिया जाता है, जिसमें भूमिगत जल भी दूषित हो रहा है. वहीं नगर पालिका के द्वारा एनजीटी की गाइडलाइन का भी उल्लंघन किया जा रहा है.
नगर पालिका अध्यक्ष सुरेंद्र जैन का कहना है कि कांग्रेस के पास अब कोई काम नहीं बचा है, जिसके चलते वह विकास कार्यों में अड़ंगा लगाते हुए कचरे के ढे़र पर राजनीति कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि नगर पालिका का कोई भी कर्मचारी या अधिकारी कभी भी कचरे में आग नहीं लगाता है. यहां पन्नी बीनने वाले या अन्य लोगों के द्वारा कचरे में आग लगाई जाती है. जिसे नगर पालिका के द्वारा दमकल से बुझाया जाता है. उन्होंने कहा, कांग्रेसी अब कचरे पर भी राजनीति करना नहीं छोड़ रहे हैं.