हरदा। चौकड़ी सोसायटी में समर्थन मूल्य पर हुए चना खरीदी घोटाले की जांच पूरी हो गई है. सोसायटी में 38 किसानों के नाम से फर्जी बिल बनाकर 1117 क्विंटल का भुगतान कर दिया गया है, जिसकी वसूली के लिए सहकारिता विभाग ने एसडीएम को पत्र लिखा है. इस मामले में सहकारिता विभाग ने जांच समिति गठित की थी, जिसने अपनी जांच सौंप दी है. जांच के दौरान 112 पात्र किसानों को भुगतान के लिए आदेश जारी कर दिए गए हैं. वहीं फर्जी तरीके से बिल बना कर भुगतान प्राप्त करने वाले 38 किसानों से वसूली की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है.
सहकारिता विभाग के सहायक आयुक्त अखिलेश चौहान ने बताया कि, समिति के द्वारा खरीदी किए गए और भंडारण के लिए भेजे गए चने में अंतर पाया गया है. अखिलेश चौहान ने बताया कि, समिति प्रबंधक ने 33,340 क्विंटल चना खरीदी बताया था, जबकि वेयर हाउस में 28120 क्विंटल चना भंडारित किया गया, जिसके बाद 5219 क्विंटल का अंतर सामने आया है, जिसके बाद जांच की गई और ये खुलासा हुआ.
चौकड़ी सोसायटी के अंतर्गत समिति प्रबंधक ने खरीदी के दौरान बड़ी अनियमितता बरती थी, जिसमें फर्जी तरीके से बिल बनाकर भुगतान की प्रक्रिया में भेज दिया गया था, लेकिन सहकारिता विभाग की सजगता के चलते किसानों का भुगतान रोक दिया गया. जांच के बाद सामने आया कि, सोसायटी ने 145 किसानों के नाम से फर्जी बिल तैयार किए थे, जिसमें 38 किसानों के नाम से 11 से 17 क्विंटल का भुगतान 54 लाख 45 हजार 375 रुपये कर भी दिया गया था.
समिति प्रबंधक फरार
किसानों का भुगतान रोकने को लेकर सोसायटी से जुड़े किसानों ने आंदोलन भी किया था, जिसके बाद जांच कर सभी पात्र किसानों को भुगतान कर दिया गया है. वहीं चौकड़ी सोसायटी के समिति प्रबंधक दिनेश बघेल को बर्खास्त करके उनके खिलाफ पावर थाने में एफआईआर दर्ज कराई गई है.