हरदा। हरदा जिले में फसल नुकसान का आंकलन करने भारत सरकार की दो सदस्यीय इंटर मिनिस्ट्रीयल सेंट्रल टीम हंडिया तहसील पहुंची. हंडिया के अंतर्गत आने वाले ग्राम हंडिया खेड़ीनीमा, कुसिया, भमोरी, बागरुल आदि ग्रामों के खेतों में आईएमसीटी टीम ने किसानों से चर्चा कर सोयाबीन की फसल में हुए नुकसान की जानकारी ली.
इस दौरान दिल्ली से आए केंद्रीय दल के अधिकारी एफसीडी व्यय विभाग नई दिल्ली के संचालन भारतेंदु कुमार सिंह एवं मूल्यांकन व निगरानी विभाग के संचालक मनोज पावनीकर ने बीच रास्ते मे अपने काफिले को छोड़कर एक किसान के साथ उसकी बुलेट पर सवार होकर खेतों का निरीक्षण कर नुकसानी का आंकलन किया. इस दौरान अपर कलेक्टर जेपी सैयाम, कृषि उपसंचालक एमपीएस चन्द्रावत सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे.
जिले के हंडिया में अधिकारियों से चर्चा करने के बाद केंद्रीय दल के अधिकारी ग्राम भमोरी ओर डगावानीमा के खेतों में पहुंचे. साथ ही किसानों से सोयाबीन की फसल में हुए नुकसान के कारणों के बारे में जानकारी ली. किसानों ने टीम को बताया कि इस साल खेतो में लगी फसल को देखकर किसानों को अच्छी पैदावार होने की उम्मीद थी. लेकिन बारिश के बाद 10 दिनों की धूप में फसल पूरी तरह से बर्बाद हो गई. जिससे किसानों को बहुत नुकसान हुआ.
जिले में लगे कुल रकवे के करीब 80 से 90 प्रतिशत में फसल पूरी तरह से सड़ गई है.जिसके चलते किसानों ने अपने खेतों को मवेशियों के हवाले कर दिया था. वहीं दल में शामिल अधिकारी का कहना था कि हमारे द्वारा शासन के निर्देश पर जिले के अधिक से अधिक खेतों में पहुंचकर खरीफ की फसल में हुए नुकसान का आंकलन अलग-अलग तरीकों से किया जा रहा है. जिसकी रिपोर्ट शासन को सौंपी जाएगी.