हरदा। जिले की हंडिया तहसील के अंतर्गत नर्मदा नदी के किनारे बसे गांव गोला मैदा मालपोन सहित अन्य गांवों में नियमों की अनदेखी कर धड़ल्ले से ईट भट्टों का संचालन किया जा रहा है. दस्तावेजों पर प्रजापति समाज के लोगों के नाम से ईट भट्टे का संचालन दिखाया गया है, लेकिन इसके पीछे कुछ और लोगों का हाथ बताया जा रहा है. जो ना तो प्रजापति समाज के लोग हैं और जो नियमों को ताक पर रखकर नर्मदा नदी के किनारे बिना अनुमति के बड़े पैमाने पर ईट का व्यवसाय कर रहे हैं.
हालांकि पूर्व में हो रहे ईट निर्माण की शिकायत के बाद प्रशासन की ओर से जांच की गई थी, इसकी अग्रिम कार्रवाई के लिए वरिष्ठ अधिकारियों को जांच भी सौंपी थी लेकिन राजनीतिक हस्तक्षेप के चलते प्रशासन के द्वारा अब तक कोई बड़ी कार्रवाई नहीं की जा सकी है.
इस मामले को लेकर हंडिया तहसीलदार अर्चना शर्मा ने बताया कि उन्हें भी जानकारी मिली थी जिसके बाद उन्होंने हल्का पटवारी के साथ जाकर निरीक्षण किया था, लेकिन बाद में निरीक्षण के दौरान ईट भट्टों के संचालन करने वाले सभी लोग प्रजापति समाज के लोग पाए गए थे, मिट्टी खोदकर निर्माण करने की बात रही तो हमारे द्वारा मौके पर जाकर जांच की जाएगी.