ETV Bharat / state

मां महालक्ष्मी की पूजा कर बंगाली समुदाय ने मनाया त्योहार, रोशनी से घरों को जगमगाया

हरदा में बंगाली समुदाय ने शरद पूर्णिमा के मौके पर महालक्ष्मी की पूजा की और धूमधाम से त्योहार मनाया.

मां महालक्ष्मी की पूजा कर मनाया त्योहार
author img

By

Published : Oct 14, 2019, 3:03 PM IST

हरदा। जिले में रहने वाले बंगाली समुदाय के लोगों ने शरद पूर्णिमा के मौके पर अपने घरों में महालक्ष्मी की पूजा-अर्चना कर हर्षोल्लास से त्योहार मनाया. महिलाओं ने घरों की विशेष साज-सज्जा की और देर शाम विशेष मुहूर्त पर सभी ने सपरिवार महालक्ष्मी की विधि-विधान से पूजा की.

धार्मिक मान्यताओं के अनुसार शरद पूर्णिमा की रात में महालक्ष्मी विचरण कर धन्य-धान्य की वर्षा करती हैं, इसलिए बंगाली समाज में रात्रि जागरण कर पूजा करने की परंपरा है. इसके चलते इस पूजा को कोजागरी लक्ष्मी पूजन भी कहा जाता है.

मां महालक्ष्मी की पूजा कर मनाया त्योहार

बंगाली समुदाय की सदस्य सावित्री विश्वास ने बताया कि शरद पूर्णिमा पर लक्ष्मी पूजन किया जाता है, जिसमें परिवार के लिए मंगल कामनाएं की जाती है, साथ ही धान से चावल निकालकर घरों के मुख्य द्वार पर महालक्ष्मी और उल्लू के पैर बनाए जाते हैं और दूध में चावल भिगोकर महाप्रसाद बनाकर सभी को वितरित किया जाता है.

हरदा। जिले में रहने वाले बंगाली समुदाय के लोगों ने शरद पूर्णिमा के मौके पर अपने घरों में महालक्ष्मी की पूजा-अर्चना कर हर्षोल्लास से त्योहार मनाया. महिलाओं ने घरों की विशेष साज-सज्जा की और देर शाम विशेष मुहूर्त पर सभी ने सपरिवार महालक्ष्मी की विधि-विधान से पूजा की.

धार्मिक मान्यताओं के अनुसार शरद पूर्णिमा की रात में महालक्ष्मी विचरण कर धन्य-धान्य की वर्षा करती हैं, इसलिए बंगाली समाज में रात्रि जागरण कर पूजा करने की परंपरा है. इसके चलते इस पूजा को कोजागरी लक्ष्मी पूजन भी कहा जाता है.

मां महालक्ष्मी की पूजा कर मनाया त्योहार

बंगाली समुदाय की सदस्य सावित्री विश्वास ने बताया कि शरद पूर्णिमा पर लक्ष्मी पूजन किया जाता है, जिसमें परिवार के लिए मंगल कामनाएं की जाती है, साथ ही धान से चावल निकालकर घरों के मुख्य द्वार पर महालक्ष्मी और उल्लू के पैर बनाए जाते हैं और दूध में चावल भिगोकर महाप्रसाद बनाकर सभी को वितरित किया जाता है.

Intro:हरदा जिले में रहने वाले बंगाली समुदाय के लोगो के द्वारा शरद पूर्णिमा के अवसर अपने अपने घरों में महालक्ष्मी का पूजन कर दीपावली का पर्व हर्षोल्लास के साथ मनाया गया।इस दिन घरों में महिलाओं के द्वारा विशेष साजसज्जा की गई थी।वही देर शाम को विशेष मुहूर्त में सपरिवार माता महालक्ष्मी का विधि विधान से पूजन किया गया।शरद पूर्णिमा के दिन बंगाली समुदाय में लक्ष्मी पूजन का विशेष महत्व होता है।धार्मिक मान्यताओं के अनुसार शरदपूर्णिमा की रात्रि में माता महालक्ष्मी विचरण कर धन्य धान्य की वर्षा करती है।इसलिए समाज के लोगों के द्वारा रात्रि जागरण कर पूजा करने की परंपरा है।जिसके चलते इस पूजा को कोजागरी लक्ष्मी पूजन भी कहा जाता है।


Body:हरदा के बंगाली समाज में शरद पूर्णिमा के दिन कोजागरी लक्ष्मी पूजा का आयोजन किया जाता है।इस दौरान सभी बंगाली परिवारों के द्वारा अपने अपने घरों में महालक्ष्मी का पूजन किया जाता है।मान्यताओं के अनुसार शरदपूर्णिमा के अवसर पर चंद्रमा से धरती पर अमृत बरसने का योग होता है।पूर्णिमा और उत्तराभाद्र पद नक्षत्र के संयोग से विशेष फलदायी होता है।जिसके चलते बंगाली समुदाय के द्वारा इस दिन महालक्ष्मी की पूजा कर दीपावली का त्यौहार मनाया जाता है।


Conclusion:हरदा में रहने वाले बंगाली परिवार की सदस्य सावित्री विश्वास ने बताया कि हमारे घरों में शरद पूर्णिमा पर लक्ष्मी पूजन कर दीपावली का पर्व मनाया गया।जिसमें देश,गांव एवं परिवार के लिए मंगल कामनाएं की गई।साथ ही धान से चावल निकाल कर घरों के मुख्य द्वार पर महा लक्ष्मी और ओर उल्लू के पैर बनाये गए।साथ ही दूध में चावल भिगो कर महाप्रसाद बनाकर सभी को वितरित किया गया।इस दौरान आस पड़ोस के लोगों ने भी घर आकर बधाई दी ।
बाईट- श्रीमति सावित्री विश्वास,गृहिणी
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.