हरदा। जिले में रहने वाले बंगाली समुदाय के लोगों ने शरद पूर्णिमा के मौके पर अपने घरों में महालक्ष्मी की पूजा-अर्चना कर हर्षोल्लास से त्योहार मनाया. महिलाओं ने घरों की विशेष साज-सज्जा की और देर शाम विशेष मुहूर्त पर सभी ने सपरिवार महालक्ष्मी की विधि-विधान से पूजा की.
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार शरद पूर्णिमा की रात में महालक्ष्मी विचरण कर धन्य-धान्य की वर्षा करती हैं, इसलिए बंगाली समाज में रात्रि जागरण कर पूजा करने की परंपरा है. इसके चलते इस पूजा को कोजागरी लक्ष्मी पूजन भी कहा जाता है.
बंगाली समुदाय की सदस्य सावित्री विश्वास ने बताया कि शरद पूर्णिमा पर लक्ष्मी पूजन किया जाता है, जिसमें परिवार के लिए मंगल कामनाएं की जाती है, साथ ही धान से चावल निकालकर घरों के मुख्य द्वार पर महालक्ष्मी और उल्लू के पैर बनाए जाते हैं और दूध में चावल भिगोकर महाप्रसाद बनाकर सभी को वितरित किया जाता है.